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छावनी बना सोनभद्र, प्रियंका से मिले पीड़ित, टीएमसी सांसद धरने पर बैठे

छावनी बना सोनभद्र, प्रियंका से मिले पीड़ित, टीएमसी सांसद धरने पर बैठे

प्रियंका की गिरफ़्तारी से नाराज सोनभद्र के लोग चुनार किले पहुँचे और उन्हें अपना दर्द सुनाया। 

सोनभद्र जाते हुए प्रियंका गाँधी की गिरफ़्तारी और प्रदेश भर में मचे बवाल के बाद योगी सरकार ने पूरे इलाक़े को छावनी में तब्दील कर दिया है। वाराणसी की सीमा से मिर्ज़ापुर में प्रवेश करते ही लोगों को रोका जा रहा है। किसी भी पार्टी के नेता को आगे जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। उधर, पीड़ित परिवार ख़ुद ही प्रियंका गाँधी से मिलने पहुँचे और उन्हें अपना दर्द सुनाया। प्रियंका की गिरफ़्तारी से नाराज सोनभद्र के उम्भा गाँव के लोग सुबह इक्ट्ठा हुए और चुनार किले पहुँचने का एलान किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी प्रियंका से मिलने चुनार पहुँच रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह और पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को भी बनारस एयरपोर्ट पर गिरफ़्तार कर लिया गया है। 

प्रियंका गाँधी की गिरफ़्तारी के बाद और प्रदेश भर में उपजे असंतोष को देखते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी पीड़ितों के समर्थन में उतर आयी हैं। पहले इस मामले में रस्मी प्रतिक्रिया देकर कर्तव्य पूरा करने वाली मायावती ने चौतरफ़ा हो रही आलोचना के बाद शनिवार को ट्वीट कर कहा कि योगी सरकार किसी को घटनास्थल पर जाने की इजाजत नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही प्रियंका गाँधी को हिरासत में ले लिया गया है और बीएसपी के प्रतिनिधिमंडल को भी जाने नहीं दिया जा रहा है।

प्रियंका की हिरासत पर ग़ुस्से में ग्रामीण

सोनभद्र में संहार का शिकार हुए आदिवासियों से मिलने घोरावल के उम्भा गाँव आ रही प्रियंका गाँधी की गिरफ़्तारी से पीड़ित परिवार ग़ुस्से में हैं। गाँव के रामगोविंद व कमलाकांत ने फ़ोन पर बताया कि प्रियंका गाँधी अकेली ऐसी बड़ी नेता हैं जिन्होंने उनका दर्द महसूस किया पर योगी सरकार ने उनको ही क़ैद कर लिया। प्रियंका को चुनार किले में कैद किए जाने की ख़बर मिलने के बाद शनिवार सुबह उम्भा गाँव के दर्जनों पीड़ित परिवारों के लोग उनसे मिलने निकल पड़े। हालाँकि पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पीड़ित परिवारों को गाँव की सीमा पर ही रोकने की कोशिश की। 

उधर, शनिवार सुबह सोनभद्र में घटनास्थल पर जा रहे तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को वाराणसी एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। सोनभद्र जाने को लेकर एयरपोर्ट पर तृणमूल सांसद डेरिक ओ ब्रायन की प्रदेश सरकार के अधिकारियों से जमकर तकरार हुई। सोनभद्र जाने की इजाजत न देने पर नाराज तृणमूल सांसद एयरपोर्ट परिसर में ही ज़मीन पर धरने पर बैठ गए।

 - Satya Hindi

धरने पर बैठे टीएमसी सांसद डेरिक ओ ब्रायन और अन्य।

प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस के दो सांसद और तीन विधायक शामिल हैं। मौके पर वाराणसी के डीएम और एसएसपी के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। 

टीएमसी सांसद ने प्रशासन से जाने से रोके जाने संबंधी आदेश दिखाने को कहा। प्रशासन के 144 लगाने का हवाला देने पर डेरिक ओ ब्रायन ने कहा कि क्या वाराणसी और मिर्ज़ापुर में मूवमेंट निषेध है। अधिकारियों ने उनसे कहा कि लॉ एंड ऑर्डर के कारण विंध्याचल मंडल के कमिश्नर ने सभी राजनेताओं के सोनभद्र में प्रवेश पर रोक लगा दी है जबकि जनपद सोनभद्र में धारा 144 लागू की गयी है। प्रशासन से झड़प के बाद डेरिक ओ ब्रायन सहित सभी टीएमसी सांसद एयरपोर्ट लाउंज में धरने पर बैठ गए।

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