सोशल मीडिया पर कांडा को लेकर 'महाभारत', बीजेपी पर वार-पलटवार
सिरसा विधायक और बलात्कार के आरोप में 18 महीने जेल में रहे गोपाल कांडा के समर्थन से हरियाणा में सरकार बनाने की बीजेपी की कोशिशों पर सोशल मीडिया में ज़बरदस्त प्रतिक्रिया हो रही है। ट्विटर पर #GopalKanda ट्रेंड कर रहा है और सैकड़ों लोगों ने इस पर आकर अपनी-अपनी राय जताई है।
इन लोगों ने बीजेपी पर ज़ोरदार हमले किए हैं, उसे 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के नारे की याद दिलाई है और सवाल पूछा है कि क्या वह सत्ता के लिए कुछ भी करने को तैयार है। इन ट्विटरात्ती ने मीम बनाए हैं, कार्टून लगाए हैं, पुरानी तसवीरें शेयर की हैं और तंज किए हैं।
आचार्य जी (@AcharyaNandu) ने व्यंग्य करते हुए कहा, 'वाशिंग मशीन बीजेपी में गोपाल कांडा का स्वागत है। आपके बलात्कार, हत्या और दूसरे अपराध मुकुल राय की तरह धुल जाएँगे।'
Welcome Gopal Kinda to the @BJP4india Washing Machine. Now all your past rapes, murders, & other sins will be cleaned like #MukulRoy and others. You will get clean chits from every agency like Tadipar got.
— Acharya ji (@AcharyaNandu) October 25, 2019
#GopalKanda pic.twitter.com/Gd9RvEE8Yb
सचिन जैन (@schjain) ने तंज करते हुए कहा, 'बीजेपी किसी के साथ सरकार बनाने को तैयार है। यह देख कर अच्छा लगा कि 'आप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' और गोपाल कांडा दोनों के साथ काम कर रहे हैं।'
BJP want forming govt. with anyone. Good to see that u r working for #BetiBachaoBetiPadhao with #GopalKanda hand in hand. U r betraying ur karyakartas REMEMBER that bcoz we believed in ur ideology (respect women) to a certain extent. @rajnathsingh @rsprasad @Gen_VKSingh
— S@chin jain (@schjain) October 25, 2019
ट्विटरात्ती लोन वुल्फ़ (@Syed_Afnan1) ने याद दिलाया कि यह वही बीजेपी है, जिसने गोपाल कांडा को बलात्कारी बताया था और उसके ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किए थे।
Than BJP came to streets holding placards against RAPIST #GopalKanda
— Lone Wolf🐺 (@Syed_Afnan1) October 25, 2019
Now BJP is waiting with flowers n garlands to welcom the GREAT SAINT #GopalKanda
What dey say is true evry thng changes wid time from RAPIST to KING MAKER pic.twitter.com/UQDCcKevFM
ट्विटर पर इस तरह के सैकड़ों पोस्ट हैं। इसके साथ ही कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों, महिला संगठनों और दूसरे संगठनों ने भी ट्वीट किए हैं और सबने बीजेपी पर हमले ही किए हैं।
बीजेपी के पक्ष में
पर इसके साथ ही बाद में उन लोगों ने भी मोर्चा संभाल लिया, जो बीजेपी से सहानुभूति रखते हैं। इस तरह के लोगों ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से लेकर दूसरे कई लोगों पर हमले किए हैं। उन्होंने यह भी याद दिलाया है कि भूपिंदर सिंह हुड्डा की कांग्रेस सरकार में कांडा शामिल थे।विकल्प शर्मा (@vikalprs) ने ट्वीट किया कि कल तक गोपाल कांडा ठीक थे, उन्होंने चुनाव लड़ा और सामान्य ज़िन्दगी जी रहे थे। मीडिया को कोई दिक्क़त नहीं थी। उन्होंने बीजेपी को समर्थन देने का एलान किया और अब उनकी हालत ऐसी हो गई है।
#GopalKanda
— Vikalp Sharma (@vikalprs) October 25, 2019
Till Yesterday: He fought elections was living normal life. Media was fine
Today: He supports BJP and Media be like pic.twitter.com/WeF5AVfjf6
वेदांत उप्पल (@Movie_Guzzler) ने ट्वीट किया कि बीजेपी को किसी सूरत में गोपाल कांडा को सरकार में नहीं लेना चाहिए, पर मीडिया शशि थरूर के ख़िलाफ़ इसी तरह क्यों नहीं बोलता
No way should BJP induct #GopalKanda in government or be seen in his company. On a side note, why does media not start a campaign condemning @ShashiTharoor in a similar unequivocal manner. A criminal whose behavior mirrors our enslavers more acceptable
— Vedant Uppal (@Movie_Guzzler) October 25, 2019
प्रीति गाँधी (@MrsGandhi) ने कहा कि मुद्दा गोपाल कांडा नहीं हैं, मुद्दा हरियाणा में बीजेपी का सरकार बनाना है।
Their issue is NOT Gopal Kanda, their issue is BJP forming the government in Haryana!
— Priti Gandhi (@MrsGandhi) October 25, 2019
ट्विटर पर इस तरह के ट्वीट्स की भरमार है। यह साफ़ है कि बीजेपी इस मामले में फँस गई लगती है। ज़्यादातर लोगों ने बीजेपी की आलोचना ही की है।
याद दिला दें कि गोपाल कांडा की हवाई कंपनी एमडीएलआर एअरलाइन्स की एअर होस्टेस गीतिका शर्मा ने 5 अगस्त 2012 को ख़ुदकुशी कर ली थी। उनका शव अशोक विहार स्थित घर पर पंखे से लटका हुआ पाया गया था। सुसाइड नोट में गीतिका ने कथित रूप से गोपाल कांडा और उनके सहयोगी अरुणा चड्ढा का नाम लिया था।
गीतिका शर्मा की आत्महत्या के छह महीने बाद उनकी माँ ने भी आत्महत्या कर ली थी। गोपाल कांडा को लगभग 18 महीने जेल में रहना पड़ा था। बाद में मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट ने उन पर लगे बलात्कार के आरोप हटा लिए थे और उन्हें ज़मानत दे दी थी। ज़मानत पर बाहर आने के बाद साल 2014 में ही गोपाल कांडा ने अपने भाई के साथ मिलकर हरियाणा लोकहित पार्टी का गठन किया और विधानसभा चुनाव भी लड़ा था।