सोशल मीडिया पर आज सुबह से टेलीप्रॉम्पटर प्राइम मिनिस्टर ट्रेंड कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट के बाद इसमें तेजी आ गई। बीजेपी के युवा नेता तेजिंदर पाल बग्गा इस मामले में बचाव में उतरे और उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को इतना उत्तेजित होने की जरूरत नहीं है। वो ये नहीं समझ रहे हैं कि ये गड़बड़ी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की ओर से हुई है। करीब 65 हजार लोग टेलीप्राम्पटर प्राइम मिनिस्टर पर कुछ न कुछ कह चुके हैं। दुनिया के तमाम देशों में वहां के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति टेलीप्राम्पटर के जरिए ही अपना संबोधन करते हैं, यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री का जिक्र यहां दूसरे संदर्भ में हो रहा है। इसकी वजह है संबोधन के समय तकनीकी समस्या खड़ी हो जाना।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार देर रात वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम को संबोधित किया। लेकिन संबोधन के दौरान ही उनके टेलीप्राम्पटर ने काम करना बंद कर दिया तो प्रधानमंत्री संबोधन के दौरान चुप खड़े रहे। यह उस समय हुआ जब मोदी कह रहे थे - "इस गुलदस्ते में हम भारतीयों का स्वभाव शामिल है।" तभी वो थोड़ा रुकने लगे। वो फिर बोले - "इसमें हमारी प्रतिभा है। " लेकिन "प्रतिभा" शब्द को दोबारा बोला एक उंगली से कुछ इशारा किया। फिर उन्होंने कनखियों से अपनी बाईं तरफ देखा। फिर उन्होंने कहा - "कौन सा ...।" इसके बाद उन्होंने फिर अपनी बाईं तरफ देखा और अपना सिर घुमाया।
इसके बाद वो सामने देखने लगे। उसके हाव-भाव बदलते रहे, वो फिर से माइक्रोफोन की ओर मुड़े और अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाकर देखा, फिर नीचे देखा और अपने दाहिने कान में एक ईयरफोन लगाया और फिर से ऊपर देखा। इसके बाद मोदी ने कहा - "क्लाउस (वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के चेयरमैन क्लाउस श्वाब) ... ठीक से सुनाई दे रहा है?"
क्लाउस श्वाब ने उन्हें जवाब दिया: "मैं आपको सुन रहा हूं।" जब श्वाब बोल ही रहे थे, तब मोदी ने कहा: "और, और हमारे दुभाषिए की आवाज भी सभी तक पहुंच रही है?"
इसके बाद मोदी ने दाईं ओर देखा। श्वाब ने कहा: "हम आपको बहुत अच्छी तरह सुन रहे हैं। मेरा सुझाव है कि हम अब आधिकारिक सत्र शुरू करें।"
इसके बाद मोदी अवाक खड़े सामने देखते रहे। इसी दौरान टेलीप्रॉम्पटर ठीक हो गया तो मोदी फिर से बोलने लगे।
प्रधानमंत्री के इस हिस्से की क्लिप सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा - इतना झूठ टेलीप्रॉम्पटर भी नहीं झेल पाया। कुछ लोगों ने राहुल गांधी के उस पुराने वीडियो को भी वायरल किया, जिसमें राहुल ने मोदी को बहुत पहले टेलीप्रॉम्पटर प्रधानमंत्री घोषित किया था।
पत्रकार रोहिणी सिंह ने ट्वीट किया: “लगता है कि पीएमओ में कुछ गरीब तकनीशियन आज अपनी नौकरी खो देंगे। उम्मीद है कि उन पर देशद्रोह / यूएपीए का आरोप नहीं लगाया जाएगा।
कांग्रेस के गौरव पांधी ने पोस्ट किया: "दावोस में डब्ल्यूईएफ को संबोधित करते समय, 'टेलीप्रॉम्प्टर' बंद हो गया और ग्रेट ऑरेटर को उनके भाषण का कोई पता नहीं था और क्या बोलना है। इनके अलावा भी तमाम विपक्षी दलों के नेता इस पर बयान देकर चुटकी ले रहे हैं।