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सोशल चेंजः तमिलनाडु में ऑटो ड्राइवर बनेगा मेयर, कांग्रेस-डीएमके की पहल

सोशल चेंजः तमिलनाडु में ऑटो ड्राइवर बनेगा मेयर, कांग्रेस-डीएमके की पहल

तमिलनाडु में कांग्रेस और डीएमके ने एक ऑटो ड्राइवर को मेयर प्रत्याशी घोषित किया है। के. सरवनन का कुंभकोणम नगर निगम में मेयर बनना तय है। सामाजिक बदलाव की शुरुआत इसी तरह होती है।

तमिलनाडु में डीएमके और कांग्रेस गठबंधन ने वो कर दिखाया है, जिसकी उम्मीद राजनीतिक दलों से कम ही की जाती है। हमने किसी चाय वाले को उच्च पद तक पहुंचने की कहानियां अब तक सुनी हैं या विश्वास किया है लेकिन कुंभकोणम में बन रहे इस साक्षात सत्य को कलमबंद करना वाकई सुखद है।कांग्रेस और डीएमके गठबंधन ने कुंभकोणम में एक ऑटो ड्राइवर को मेयर पद खड़ा करने का फैसला किया है। उस शख्स के मेयर बनने के पूरे चांस हैं, क्योंकि कुंभकोणम नगर निगम में बहुमत इसी गठबंधन का है। 

कुंभकोणम नगर निगम के कुल 48 वॉर्डों में से डीएमके और उसकी सहयोगी पार्टियों ने 42 वॉर्ड जीते। डीएमके गठबंधन में कांग्रेस पार्टी ने दो सीटें जीती थीं, जबकि उसे तीन सीटों का आवंटन किया गया था। कांग्रेस पार्टी की ओर से वॉर्ड नंबर 11 से चुनाव लड़ने वाले अय्यप्पन और वॉर्ड 17 से चुनाव लड़ने वाले सरवनन जीते। डीएमके के कई पार्षद और अन्य लोग कुंभकोणम के मेयर पद के लिए जोड़तोड़ कर रहे थे। अप्रत्याशित रूप से डीएमके नेतृत्व ने सहयोगी कांग्रेस पार्टी के लिए कुंभकोणम नगर निगम के मेयर का पद रिजर्व कर दिया।

 - Satya Hindi

कुंभकोणम में सरवनन का घर। घर के बाहर चुनाव का पोस्टर बता रहा है कि सरवनन ने कितनी सादगी से नगर निगम का चुनाव लड़ा होगा।

 इस फैसले से डीएमके के तमाम विजेता पार्षद पार्टी नेतृत्व के सदमे में चले गए। इसके बाद कांग्रेस नेतृत्व ने के. सरवनन और अय्यप्पन का बायोडेटा मांगा, जिन्होंने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने के. सरवनन को मेयर प्रत्याशी घोषित किया है। चूंकि बहुमत डीएमके-कांग्रेस गठबंधन के पास है, इसलिए सरवनन का मेयर बनना तय है। 

के. सरवनन कुंभकोणम में ऑटो चलाते हैं और अपने परिवार का पेट पालते हैं। वो बीस वर्षों से ऑटो चला रहे हैं। सरवनन का परिवार पारंपरिक रूप से कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखता है। सरवनन के दादा कुमारस्वामी कुंभकोणम नगरपालिका में पार्षद थे।

कौन है के. सरवनन

के. सरवनन कुंभकोणम में ऑटो चलाते हैं और अपने परिवार का पेट पालते हैं। वो बीस वर्षों से ऑटो चला रहे हैं। सरवनन का परिवार पारंपरिक रूप से कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखता है। सरवनन के दादा कुमारस्वामी कुंभकोणम नगरपालिका में पार्षद थे।

 

के. सरवनन की पत्नी देवी ने बताया कि हमारे तीन बेटे हैं। हम किराए के मकान में रहते हैं। मेरे पति सरवनन ने पहले किराये पर ऑटो चलाया। पिछले सात वर्षों से एक ऑटो के मालिक हैं और उसी को खुद चला रहे हैं। हमारा पूरा परिवार कांग्रेसी है। हम कांग्रेस के अलावा किसी राजनीतिक पार्टी की कल्पना नहीं करते। यह पहली बार है जब मेरे पति ने यह चुनाव लड़ा और जीता है। डीएमके गठबंधन में मेयर की सीट कांग्रेस पार्टी को आवंटित की गई, उसी वजह से मेरे पति सरवनन को मेयर की सीट मिली है। मेरे पति का मुख्य व्यवसाय ऑटो ड्राइविंग है जो एक साधारण परिवार से आते हैं। इससे होने वाली आमदनी से हम परिवार चला रहे हैं। उन्होंने कहा - 

पति को मेयर की सीट देने के लिए हम कांग्रेस पार्टी का तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हैं। इसी तरह, हम डीएमके के भी आभारी हैं। मेरे पति या मैं और बच्चे कभी सोच भी नहीं सकते थे कि कांग्रेस पार्टी और डीएमके ऐसा भी कर सकते हैं। हमारे लिए यह सुखद क्षण हैं। हमारे जैसों के लिए दोनों पार्टियों ने सोचा, यह हमारे लिए और पूरे समाज के लिए बहुत बड़ी बात है।


-देवी, ऑटो ड्राइवर के. सरवनन की पत्नी

कुंभकोणम में कांग्रेस पार्टी के लोग एक ऑटो ड्राइवर को मेयर सीट देने के फैसले पर हैरान हैं। लेकिन बहुत सारे ऐसे हैं जो इसका खुलकर स्वागत कर रहे हैं। इनका कहना है कि पार्टी ने सामाजिक बदलाव के लिए कदम बढ़ाकर बहुत बड़ा काम किया है।कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने इस सामाजिक बदलाव का श्रेय कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हमेशा यही चाहते हैं कि आम महिला, पुरुष को लीडरशिप की भूमिका सौंपी जाए। यही वजह है कि के. सरवनन को मेयर प्रत्याशी के रूप में चुना गया। 

तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक बयान में कहा कि एक साधारण पृष्ठभूमि के ऑटो चालक के. सरवनन को कुंभकोणम से मेयर प्रत्याशी घोषित किया गया है। यह कांग्रेस पार्टी में ही संभव है। कांग्रेस आम जनता की आवाज है। कांग्रेस आम जनता के विकास की हमेशा प्रबल समर्थक रहेगी।

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