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आप ने कहा- सिसोदिया पर फ़ैसला केंद्र की तानाशाही पर तमाचा, आतिशी रो पड़ीं

आप ने कहा- सिसोदिया पर फ़ैसला केंद्र की तानाशाही पर तमाचा, आतिशी रो पड़ीं

दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को जमानत दे दी। अदालत ने निचली अदालतों पर तीखी टिप्पणियां की हैं। आम आदमी पार्टी में खुशी का माहौल है। आप के अलावा तमाम विपक्षी दलों ने इस फैसले का स्वागत किया है। इस खबर को अच्छी तरह समझने के लिए आप सत्य हिन्दी पर इससे पिछली रिपोर्ट पढ़ सकते हैं। अभी जानिए कि सुप्रीम फैसला आने के बाद क्या हो रहा है।

आम आदमी पार्टी के लिए शुक्रवार खुशियों का दिन है। सुप्रीम कोर्ट ने आप के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को नियमित जमानत दे दी है। सुप्रीम कोर्ट का लिखित आदेश आने के बाद ही तिहाड़ जेल में सिसोदिया की जमानती दस्तावेज तैयार होंगे। लेकिन इतना तो तय है कि सिसोदिया अब जेल से बाहर आएंगे। सिसोदिया पर तमाम विपक्षी दल और खुद आप नेता अदालत के फैसले पर खुशी जता रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तो अब अरविन्द केजरीवाल के भी बाहर आने की उम्मीद जताई है। 

केंद्र की तानाशाही पर तमाचाः संजय सिंह

आप सांसद संजय सिंह ने कहा- ये सत्य की जीत है। जैसा कि मैंने पहले कहा है, इस मामले में कोई सच्चाई/सबूत नहीं है। हमारे नेताओं को जबरन जेल में डाल दिया गया. मनीष सिसौदिया को 17 महीने तक जेल में रखा गया। मैं सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देता हूं कि हमें न्याय मिला और फैसला आम आदमी पार्टी के पक्ष में आया और हर कार्यकर्ता उत्साहित है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि अरविंद केजरीवाल और सत्येन्द्र जैन भी जल्द जेल से बाहर आएं. यह केंद्र सरकार की तानाशाही पर तमाचा है।

केजरीवाल भी बाहर आएंगेः अखिलेश

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फैसले पर खुशी जताते हुए कहा- आप नेता अरविंद केजरीवाल समेत अन्य लोगों को भी न्याय मिलेगा। मुझे उम्मीद है कि सभी को न्याय मिलेगा, खासकर आप नेता अरविंद केजरीवाल को, जो अभी भी जेल में हैं।

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जोर देकर कहा कि "जेल नहीं, जमानत" नियम होना चाहिए और कहा कि सिसोदिया की रिहाई जल्द होनी चाहिए थी। थरूर ने कहा-  "यह अच्छी बात है कि जेल नहीं बल्कि जमानत के सिद्धांत का पालन किया गया है क्योंकि तथ्य यह है कि हमारे देश में यही शासन का मानदंड माना जाता है। यह अब तक नहीं हुआ है क्योंकि केवल न्यायपालिका ही इसकी व्याख्या कर सकती है।" डीएमके सांसद ए. राजा ने कहा कि सिसोदिया की जमानत इस बात का संकेत है कि विपक्षी नेता जेल से बाहर आते रहेंगे। शिव सेना (यूबीटी) नेता अनिल देसाई ने इस फैसले को ''बहुत सारे अत्याचारों'' का सामना करने वाले सिसोदिया के लिए ''बड़ी राहत'' बताया।

सिसोदिया की जमानत पर फैसला आने के बाद दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी रो पड़ी। एक कार्यक्रम में जब उन्हें सूचना मिली तो उसे बताते हुए आतिशी रो पड़ीं। उन्होंने केजरीवाल सरकार की शिक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आप के सारे नेता जेल से बाहर आएंगे, क्योंकि भाजपा की सच्चाई सामने आ चुकी है। आतिशी ने फैसले को "सच्चाई की जीत" बताया और उम्मीद जताई कि जेल में बंद पार्टी के अन्य नेताओं को भी "न्याय मिलेगा।"

खुशी है कि हमें न्याय मिला, लेकिन दुख है कि 17 महीने लग गए; फैसले से संदेश गया कि तानाशाही नहीं चलेगी।


-गोपाल राय, आम आदमी पार्टी सोर्सः आप सोशल मीडिया

पवन खेड़ा का सरकार से सवाल

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा- मनीष सिसौदिया को देर से राहत मिली है और हम इसके लिए सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देते हैं। हम सरकार से यह भी सवाल करते हैं कि किसी व्यक्ति को इतने लंबे समय तक, 17 महीने तक संवैधानिक पद पर रखने की क्या जरूरत है। आप जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं, आपको किसी भी ऐसे व्यक्ति की जांच करनी चाहिए जिस पर किसी भी गलत काम का आरोप है। लेकिन हेमंत सोरेन, अरविंद केजरीवाल या मनीष सिसौदिया जैसे लोगों को सलाखों के पीछे रखना थोड़ा मुश्किल होगा।

कहा जा रहा है कि मनीष सिसोदिया को जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी नए जोर-शोर से सक्रिय होगी। क्योंकि केजरीवाल के बाद सबकुछ सिसोदिया ही संभालते थे। आप कार्यकर्ताओं में चर्चा है कि मनीष के बाहर आते ही उन्हें केजरीवाल फिर से डिप्टी सीएम बना सकते हैं और 15 अगस्त को आतिशी की जगह मनीष से स्वतंत्रता दिवस समारोह में झंडा फहराने का निर्देश बदल सकते हैं। हाल ही में केजरीवाल ने आतिशी को झंडा फहराने के लिए अधिकृत किया था। हालांकि भाजपा का कहना है कि सिसोदिया को जमानत मिली है, आरोप से बरी नहीं हुए हैं। लेकिन आप इसे ऐसे प्रदर्शित कर रही है कि सिसोदिया बेदाग छूट गए हैं। हालांकि अदालत की टिप्पणियों पर भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध रखी है। 

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