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सुधीर सूरी की हत्या के विरोध में बुलाया पंजाब बंद, माहौल तनावपूर्ण

सुधीर सूरी की हत्या के विरोध में बुलाया पंजाब बंद, माहौल तनावपूर्ण

सुधीर सूरी की हत्या के बाद यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या पंजाब में आतंकवाद का माहौल फिर से बन रहा है। अमृतपाल सिंह की बयानबाजियों पर भगवंत मान सरकार रोक क्यों नहीं लगा रही है?

शिवसेना नेता सुधीर सूरी की हत्या के बाद शनिवार को पंजाब बंद बुलाया गया है। इस हत्याकांड को लेकर विपक्षी दलों ने पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोला है। यह हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के ठीक 1 दिन पहले हुआ है। प्रधानमंत्री शनिवार को अमृतसर के डेरा ब्यास आएंगे।

बड़ी बात यह है कि सुधीर सूरी को पंजाब पुलिस ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दी थी लेकिन बावजूद इसके संदीप सिंह नाम के हमलावर ने उनकी हत्या कर दी। 

हमलावर संदीप सिंह एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार में सवार होकर वहां पहुंचा था और सुधीर सूरी के साथ हुई बहस के बाद उसने उन पर गोलियां चला दी। सूरी को पांच गोलियां मारी गई हैं। 

अमृतपाल सिंह की बयानबाजी

इस स्विफ्ट कार पर वारिस पंजाब दे संगठन के स्टीकर लगे हुए हैं। इस संगठन के नए-नए चेहरे अमृतपाल सिंह की बयानबाजियों के कारण इन दिनों पंजाब का माहौल बेहद गर्म है। अमृतपाल सिंह की बयानबाजियों के खिलाफ पंजाब में कई जगहों पर ईसाई समुदाय के लोग प्रदर्शन कर चुके हैं। इस गाड़ी से कुछ कागज मिले हैं जिन पर हिंदू नेताओं और पादरियों के फोटो छपे हैं। अमृतपाल सिंह को खालिस्तान का समर्थक माना जाता है। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर हमलावर संदीप सिंह की कपड़ों की दुकान भी है। 

सुधीर सूरी की हत्या शुक्रवार को उस वक्त हुई जब वह एक मंदिर के बाहर धरने पर बैठे थे। सूरी को मंदिर परिसर के बाहर कूड़ेदान में खंडित मूर्तियां मिली थी और वह इसे लेकर मंदिर प्रबंधन के खिलाफ धरना दे रहे थे। 

पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा है कि संदीप सिंह के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस इस मामले में गहराई से सभी तथ्यों की जांच कर रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें। सुधीर की हत्या के बाद अमृतसर में माहौल तनावपूर्ण है।  

हत्या के विरोध में हिंदू संगठनों ने पंजाब बंद की अपील की है। शिवसेना (टकसाली), शिवसेना (राष्ट्रवादी), शिवसेना (भारतीय)  और ऑल इंडिया हिंदू संघर्ष कमेटी के नेताओं ने सभी कारोबारियों से अपनी दुकानें बंद रखने की अपील की है। 

कानून व्यवस्था पर सवाल

सुधीर सूरी की हत्या के बाद सबसे बड़ा सवाल पंजाब की कानून व्यवस्था को लेकर उठ रहा है क्योंकि अगर वाई श्रेणी की सुरक्षा वाले किसी शख्स की दिनदहाड़े हत्या हो जाती है तो आम लोगों की जान को कितना खतरा है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। 

 - Satya Hindi

विपक्षियों ने उठाए सवाल

पंजाब बीजेपी ने कहा है कि पंजाब को भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया है और पंजाबी यहां असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं ने कहा है कि जो भी लोग पंजाब की शांति के विरोधी हैं, उनके खिलाफ सरकार सख़्त से सख़्त कार्रवाई करे। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने ट्वीट कर कहा है कि राज्य में कानून-व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। उन्होंने इस घटना की निंदा की है।

बिगड़ रहा माहौल

पंजाब में पिछले कुछ महीनों के अंदर कई ऐसे वाकये हुए हैं जो आतंकवाद का दंश झेल चुके इस सरहदी सूबे के लिए कतई ठीक नहीं हैं। पंजाब एक सरहदी सूबा है और इसकी 550 किलोमीटर लंबी सीमा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से लगती है। आईएसआई लगातार भारतीय सिख नौजवानों को खालिस्तान के नाम पर भड़काने के काम में जुटी रहती है। इसके अलावा विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकी भी पंजाब के नौजवानों को भारत के खिलाफ बरगलाने और भड़काने वाले वीडियो जारी करते रहते हैं।

बता दें कि पंजाब लंबे समय तक उग्रवाद की चपेट में रहा और इस दौरान खालिस्तान के मुद्दे पर हजारों निर्दोष हिंदुओं-सिखों को अपनी जान गंवानी पड़ी। 

नशे के कारण लगातार हो रही रही मौतों, पाकिस्तान से आ रही नशे और हथियार-बारूद की खेप, हिंदू-सिख संगठनों के बीच झड़प, पंजाब में खुफिया विभाग के दफ्तर पर हमला और सिद्धू मूसेवाला की हत्या के कारण पंजाब में माहौल बेहद संवेदनशील है। 

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