गोवा: कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना का नहीं होगा गठबंधन
महाराष्ट्र में एक साथ सरकार चला रहीं कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की गोवा विधानसभा चुनाव में गठबंधन की उम्मीदें खत्म हो गई हैं। शिवसेना ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि गोवा में महाराष्ट्र की तर्ज पर गठबंधन करने की शिवसेना ने बहुत कोशिशें की लेकिन कांग्रेस ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
शिवसेना को लगता है कि कांग्रेस अपने दम पर गोवा में सरकार बना सकती है लेकिन आज के माहौल में ऐसा होता नहीं दिख रहा है। वहीं कांग्रेस ने शिवसेना पर पलटवार करते हुए कहा है कि गठबंधन पर फैसला आलाकमान लेता है।
हालांकि एनसीपी के साथ शिवसेना के गठबंधन की उम्मीदें अभी भी बरकरार हैं। ऐसे में गोवा में तीनों पार्टियों द्वारा एक साथ चुनाव नहीं लड़ने पर महाराष्ट्र में भी इसका कुछ असर देखने को मिल सकता है।
महाराष्ट्र में पिछले दो साल से गठबंधन में सरकार चला रही कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना गोवा विधानसभा का चुनाव भी एक साथ लड़ना चाहती थीं लेकिन यह मुमकिन नहीं हो पाया है।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि शिवसेना और एनसीपी चाहते थे कि गोवा में कांग्रेस भी अगर साथ में आ जाती है तो फिर महाराष्ट्र की तरह गोवा में भी सरकार बनाई जा सकती है, लेकिन दो दौर की मीटिंग के बाद कांग्रेस ने गठबंधन के मामले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
संजय राउत का कहना है कि कांग्रेस को लगता है कि वह गोवा में अपने दम पर सरकार बना सकती है। यही कारण है कि उन्होंने गोवा में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हालांकि संजय राऊत ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के चुनाव लड़ने के बाद से गोवा का माहौल पूरी तरह से बदल गया है। अगर कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी एक साथ चुनाव लड़ते तो बीजेपी और आम आदमी पार्टी को टक्कर दी जा सकती थी लेकिन कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने से ऐसा संभव होता नहीं दिख रहा है।
संजय राउत का कहना है कि भले ही शिवसेना का कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं हो पाया हो लेकिन एनसीपी से गठबंधन की बातचीत अभी भी जारी है। ऐसा माना जा रहा है कि शिवसेना और एनसीपी एक साथ गोवा का चुनाव लड़ सकते हैं।
एनसीपी के दो बड़े नेता प्रफुल्ल पटेल और जितेंद्र आव्हाड गोवा में ही हैं और अपनी पार्टी के नेताओं के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने पर उन्होंने मंथन किया है। ऐसा माना जा रहा है कि शिवसेना और एनसीपी के गठबंधन पर जल्द कोई फैसला हो सकता है।
संजय राउत ने यह भी साफ कर दिया है कि गोवा में शिवसेना ज्यादा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ने वाली है।
उधर, शिवसेना द्वारा कांग्रेस पर निशाना साधने के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने संजय राऊत पर हमला करते हुए कहा है कि यह कोई जरूरी नहीं है कि महाराष्ट्र में हमारा शिवसेना और एनसीपी के साथ गठबंधन है तो हम दूसरे राज्यों में भी साथ ही चुनाव लड़ेंगे।
पटोले ने कहा कि गठबंधन पर फैसला कांग्रेस आलाकमान करता है। किस पार्टी के साथ कहां गठबंधन करना है यह काम पार्टी के बड़े नेताओं का है, इसमें लोकल स्तर पर कोई भी नेता कुछ भी नहीं कर सकता।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले यह खबर सामने आई थी कि शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के साथ गोवा में गठबंधन को लेकर बातचीत की थी। राउत ने यह भी कहा था कि गोवा में महाराष्ट्र की तर्ज पर तीनों पार्टियां एक साथ चुनाव लड़ेंगी और सरकार बनाने की पूरी कोशिश करेंगी लेकिन कांग्रेस द्वारा शिवसेना और एनसीपी के साथ चुनाव नहीं लड़ने के बाद तीनों पार्टियों का एक साथ का चुनाव लड़ने की योजना धरी की धरी रह गयी है।