+
शरद पवार का पीएम पर हमला- 'मणिपुरी महिलाओं का दर्द नहीं समझते'

शरद पवार का पीएम पर हमला- 'मणिपुरी महिलाओं का दर्द नहीं समझते'

महाराष्ट्र के बीड में एक जनसभा में एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाना क्यों बनाया? क्या वह यह संदेश देना चाहते हैं कि वह बीजेपी के सख्त ख़िलाफ़ हैं?

अपने भतीजे अजित पवार के साथ मुलाकातों को लेकर बीजेपी से ऑफर मिलने के लगाए जा रहे कयासों के बीच शरद पवार ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर नहीं गए और उन्होंने इसके बारे में बहुत कम समय के लिए ही बात की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मणपुर की महिलाओं का दर्द नहीं समझते हैं।

एनसीपी प्रमुख शरद पवार गुरुवार को महाराष्ट्र के बीड में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'मणिपुर में समाज और गांवों के बीच विभाजन है, लोग एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं, घर जलाए जा रहे हैं, महिलाओं को नग्न करके घुमाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भाजपा सरकार कुछ नहीं करती है। उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने का काम राज्य का है, मणिपुर में 'डबल इंजन' सरकार है।

शरद पवार ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'भारत के प्रधानमंत्री को मणिपुर जाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने सत्र से पहले मणिपुर के बारे में 3 मिनट और अविश्वास प्रस्ताव के दौरान केवल 5 मिनट के लिए बात की।' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर में महिलाओं के दर्द को नहीं समझा। 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का शरद पवार वाला गुट नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों में से था। प्रधानमंत्री को मणिपुर में बोलने के लिए मजबूर करने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया था। 

शरद पवार का पीएम पर यह हमला तब हुआ है जब उनकी अजित पवार के साथ बैठक को लेकर लगाए जा रहे तरह-तरह के कयास के बीच कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने अजित पवार को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने दावा किया है कि 'अजित पवार को बीजेपी और पीएम मोदी इस शर्त पर लाए थे कि अगर वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के अपने सपने को पूरा करना चाहते हैं तो उन्हें अपने चाचा शरद पवार को एनडीए में शामिल करना होगा।'

भतीजे और चाचा के बीच कथित तौर पर 'गुप्त' बैठकों के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता वडेट्टीवार ने कहा कि यही कारण है कि अजित बार-बार पवार से मिल रहे थे। एनसीपी में फूट पड़ने के बाद से अजित और शरद पवार की चार मुलाकातें की ख़बरें बाहर आ चुकी हैं। ताज़ा मुलाक़ात इसी शनिवार को पुणे में हुई जिसे 'सीक्रेट मीटिंग' कहा गया।

शरद पवार की अजित पवार के साथ मुलाक़ात को लेकर जब कयास लगने शुरू हुए तो पवार ने कहा कि उनके कुछ 'शुभचिंतक' भाजपा में जाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि, जब कांग्रेस नेता के बयान के बाद बुधवार को इस पर काफी प्रतिक्रिया शुरू हुई तो कांग्रेस नेता के दावों पर शरद पवार ने कहा कि उन्हें बीजेपी कैबिनेट के लिए कोई ऑफर नहीं है।

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें