कोरोना की वजह से बंगाल में आंशिक लॉकडाउन
ऐसे समय जब पश्चिम बंगाल में मतदान के पहले चरण के बाद कोरोना संक्रमण में 40 गुणे का इज़ाफ़ा हुआ है और राजधानी कोलकाता में हो रही जाँच में हर दूसरे आदमी के पॉजिटिव होने की ख़बरें आ रही है, पश्चिम बंगाल सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए कई तरह के प्रतिबंधों का एलान किया है। यह लॉकडाउन न सही, आंशिक लॉकडाउन तो कहा ही जा सकता है।
ममता बनर्जी सरकार ने जो एलान किए हैं, उसके अनुसार, मॉल, शॉपिंग कॉमप्लेक्स, सिनेमा हॉल, जिम, स्पा, ब्यूटी पार्लर, स्वीमिंग पूल वगैरह पूरी तरह बंद रहेंगे। बाज़ारों को सुबह सात बजे से 10 बजे तक और दोपहर बाद तीन बजे से पाँच बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है।
होम डेलिवरी और ऑनलाइन कारोबार को काम करने की इजाज़त है। लेकिन धार्मिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक कार्यक्रमों और जमावड़ों पर रोक लगा दी गई है।
दवा और किराना की दुकानों को प्रतिबंध के बाहर रखा गया है।
रैली, सभा, रोड शो
बता दें कि कई राजनीतिक दलों के विरोध के बावजूद चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में मतदान कराया। इस दौरान सभी पार्टियों ने बड़ी-बड़ी रैलियाँ आयोजित की, जिसमें हज़ारों लोगो ने शिरकत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान 16 रैलियाँ की, उनमें मौजूद भीड़ देख कर वे इतने प्रफुल्लित हुए कि उन्होंने मंच से गदगद होकर कहा, 'ऐसी भीड़ मैंने इसके पहले नहीं देखी।'
बीजेपी नेता और गृह मंत्री अमित शाह, जे. पी. नड्डा, योगी आदित्यनाथ, स्मृति ईरानी और दूसरे कई केंद्रीय नेताओं व मंत्रियों की सभाएं हुईं, जिनमें उनके दावों के अनुसार ही बड़ तादाद में भी लोगों ने शिरकत की।
अमित शाह और जे. पी. नडडा ने कोलकाता से लेकर बोलपुर तक दसियों रोड शो किए। जब कोरोना संक्रमण पूरे देश में तेजी से फ़ैलने लगा तो इस पर सवाल उठे।
अमित शाह से जब पूछा गया कि ऐसे में चुनाव में इतनी बड़ी रैलियों की क्या ज़रूरत थी, उन्होंने पलट कर पूछा, 'महाराष्ट्र में तो चुनाव नहीं हुए, वहाँ कोरोना संक्रमण क्यों बढ़ा है?'
तृणमूल की पदयात्राएं
तृणमूल कांग्रेस ने स्थानीय स्तर पर छोटी-छोटी लेकिन बहुत सारी सभाएं और पद यात्राएं की, जिनमें सोशल डिस्टैंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया।
कांग्रेस की सभाएं कम हुईं, लेकिन अपने प्रभाव क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर उसने भी सभाएं कीं। बाद में राहुल गांधी ने सभाएं न करने का एलान किया। इस पर बीजेपी ने उनका मजाक उड़ाते हुए कहा कि उनकी सभा में कोई जाता ही नहीं तो वे सभा क्या करेंगे।
पश्चिम बंगाल सरकार ने आंशिक लॉकडाउन का यह एलान ऐसे समय किया है, जब पूरे देश में कोरोना संक्रमण की रफ़्तार बहुत बढ़ चुकी है। इसे इससे समझा जा सकता है कि शुक्रवार को देश में कोरोना के 3.8 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आँकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के देश में 3,86,452 नए कोविड-19 केस दर्ज मामले दर्ज किए गए। इस दौरान 3,498 लोगों की मौत हुई है। एक दिन में कोरोना वायरस के मामलों के ये अब तक सबसे बड़ा आँकड़े हैं।