अतीक-अशरफ हत्या: यूपी में धारा 144 लागू, जानें क्या हैं हालात
प्रयागराज में मेडिकल जाँच के लिए ले जाते समय अतीक और अशरफ़ की कैमरे के सामने गोली मारकर हत्या कर देने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई। इसके साथ ही पीएसी और आरएएफ बल भी तैनात किए गए हैं। प्रयागराज की सभी सीमाएँ सील कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया और तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। यह बैठक देर रात तक चली। उन्होंने इस वारदात की जाँच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री की बैठक में मामले की उच्च स्तरीय जाँच के निर्देश दिए गए। एक रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के निर्देश भी दिए हैं। जानिए, शनिवार रात क़रीब आठ बजे अतीक और अशरफ की हत्या के बाद सरकार और प्रशासन ने क्या फ़ैसले लिए हैं।
ये क़दम उठाए गए
- उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का आदेश दिया है।
- विशेष डीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
- राज्य की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास की भी सुरक्षा बढ़ाई गई है।
- उच्च स्तरीय बैठक में सीएम ने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी और एडीजी को तलब किया है।
- उच्चाधिकारियों को ज़िलों में भेजा गया है ताकि क़ानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटा जा सके।
- हत्या की वारदात के तुरंत बाद रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ियों को प्रयागराज ले जाया गया।
- प्रयागराज के चकिया और आसपास क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी की गई। पड़ोसी जिलों से पुलिस बुलाई गई।
धारा 144 का मकसद कई लोगों को एक जगह पर इकट्ठा होने से रोकना है। यह फै़सला तब लिया जाता है जब लोगों के इकट्टा होने से कोई ख़तरा हो। आम तौर पर धारा 144 जहाँ लगती है, उस इलाके में 5 या उससे ज्यादा लोग एक साथ जमा नहीं हो सकते है। हथियार ले जाने पर भी पाबंदी होती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस वारदात को लेकर नाराज़ हैं। उन्होंने अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए और इसमें सभी प्रदेशवासी सहयोग करें। योगी ने कहा है कि क़ानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न कर। उन्होंने किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है और कहा है कि ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या की वारदात तब हुई जब उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था। टेलीविजन फुटेज में अतीक अहमद को पत्रकारों से बात करते हुए देखा गया। तभी कम से कम दो लोगों ने पिस्तौल से उन पर गोलियाँ चला दीं। तब भारी पुलिस बल तैनात था। प्रयागराज के पुलिस आयुक्त ने कहा कि हंगामे के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई के एक पत्रकार को चोटें आई हैं, जबकि मान सिंह नाम के एक पुलिस कांस्टेबल को गोली लगी है। पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपियों को शहर के तीन अलग-अलग थानों में रखा गया है।