शिवसेना उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि जेल में रहने के दौरान उनका 10 किलो वजन गिर गया। संजय राउत ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि उन्हें जेल की अंडा सेल में रखा गया था और वह 15 दिन तक सूरज की किरण नहीं देख सके थे और इस वजह से बीमार भी हो गए थे।
राउत ने कहा कि जेल में 1 घंटे तक रहना भी 100 दिन के बराबर होता है।
राउत को ईडी ने पात्रा चॉल री-डेवेलपमेंट प्रोजेक्ट के मामले में कथित रूप से हुई वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर इस साल जुलाई में गिरफ्तार कर लिया था और वह 9 नवंबर को जेल से बाहर आए हैं। वह लगभग 100 दिन तक जेल में रहे।
संजय राउत ने एनडीटीवी से कहा कि अंडा सेल में जब आपको रखा जाता है तो आप लोगों से बात नहीं कर सकते और आपको बहुत परेशानी से गुजरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जेल में हर वक्त फ्लडलाइट्स जली होती हैं और इसका असर उनकी आंखों पर पड़ा है और उन्हें पढ़ने और देखने में काफी तकलीफ हो रही है। उन्होंने बताया कि सुनने और बात करने में भी उन्हें परेशानी हो रही है।
जनता हमारे साथ है
एक सवाल के जवाब में संजय राउत ने कहा कि पार्टी के जरूर दो टुकड़े हो गए हैं लेकिन अंधेरी ईस्ट के उपचुनाव में जब हमारे पास शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह भी नहीं था फिर भी 70000 लोगों ने हमें नए चुनाव चिन्ह पर वोट डाला। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी और एकनाथ शिंदे गुट चुनाव लड़ते तो हम एक लाख से भी ज्यादा वोटों से चुनाव जीतते। बताना होगा कि इस सीट से उद्धव गुट की उम्मीदवार ऋतुजा लटके को जीत मिली थी। बीजेपी-शिंदे गुट ने यहां से उम्मीदवार नहीं उतारा था।
राउत ने कहा कि कुछ लोग महाराष्ट्र में शिवसेना को खत्म करना चाहते थे लेकिन महाराष्ट्र की जनता बालासाहेब ठाकरे और उनके परिवार के साथ खड़ी रहेगी।
ईडी को लगाई थी फटकार
संजय राउत को जमानत देने वाली पीएमएलए कोर्ट ने अपने आदेश में जांच एजेंसी ईडी को फटकार लगाई थी। विशेष जज एमजी देशपांडे ने कहा था कि राज्यसभा सांसद संजय राउत को इस मामले में बिना किसी वजह के गिरफ्तार किया गया। विशेष जज ने कहा था संजय राउत की गिरफ्तारी अवैध है।
अदालत ने कहा था कि ईडी का रवैया पिक एंड चूज वाला है।