सलीम दुर्रानीः भारतीय क्रिकेट का सही मायने में 'स्टार' चला गया
भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी सलीम दुर्रानी आज 2 अप्रैल को दुनिया को अलविदा कह गए। सलीम दुर्रानी ने सिर्फ 29 टेस्ट खेले, 75 विकेट लिए और 1202 रन बनाए। लेकिन दुर्रानी का क्रिकेट कभी आंकड़ों के बारे में नहीं था। इंडियन एक्सप्रेस में श्रीराम वीरा ने लिखा है कि सलीम दुर्रानी पैवेलियन में बैठी जनता के लिए खेलते थे। वह एक तेजतर्रार हरफनमौला खिलाड़ी थे, जो डिमांड पर छक्के मारने के लिए जाने जाते थे। एक स्पिनर जो किसी भी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज को आउट कर देता है, अजीत वाडेकर से उन्हें बॉलिंग करने को कहा जाता था और सलीम दुर्रानी महान गैरी सोबर्स की तरह बॉल को हिट कर देते थे। यह कहानियां नहीं हैं। ये क्रिकेट इतिहास में दर्ज हैं।
Easily one of the most colourful cricketers of India - Salim Durani.
— Ravi Shastri (@RaviShastriOfc) April 2, 2023
Rest in Peace. ॐ शांति 🙏 pic.twitter.com/d5RUST5G9n
श्रीराम वीरा लिखते हैं कि सलीम के बारे में तमाम किंवदंतियां भी हैं। उनकी अपार लोकप्रियता, उनका हैंडसम व्यक्तित्व फिल्मी सितारों, रजवाड़ों के युवराजों के साथ-साथ आम आदमी की भीड़ में भी उन्हें सहज रखता था। शराब के लिए उनका प्यार, गोल्ड फ्लेक सिगरेट और अच्छे जीवन की तमन्ना ने उनकी छवि को थोड़ा अलग भी किया, लेकिन ने जिन्दगी को ढंग से जिया। जो लोग उन्हें अच्छी तरह से जानते थे वे अक्सर कहते थे, "सलीमभाई मस्त रहते हैं हमेशा।"
2 अप्रैल, 2023 को सलीम भाई का "मस्त जीवन" समाप्त हो गया। अफगानिस्तान के काबुल में जन्मे, उन्होंने अपना सारा जीवन जामनगर में गुजारा। दुर्रानी 88 वर्ष के थे। सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने एक बयान में अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा, सलीम जी आज सुबह जामनगर में स्वर्ग के लिए रवाना हो गए।
पता चला है कि इस साल जनवरी में गिरने के कारण जांघ की हड्डी टूटने के बाद दुर्रानी की तबियत ठीक नहीं थी। 1960 में अपना पहला टेस्ट खेलते हुए इतना आक्रामक क्रिकेट खेला कि वो प्रशंसकों के बीच फौरन मशहूर हो गए। उनके अच्छे लुक ने देश भर के फिल्मी लोगों का ध्यान आकर्षित किया। कॉलर अप, हाई चीकबोन्स, लहराते बाल, चमकती आंखें और एक मंद-मंद मुस्कान सलीम दुर्रानी को बाकी क्रिकेटरों से अलग तरह से पेश करती थी।
बॉलीवुड आइकन देव आनंद और उनके दोस्त ने उन्हें फिल्मी दुनिया ला खड़ा किया। "डैशिंग" परवीन बाबी जल्द ही एक फिल्म में उनकी नायिका बन गईं, और बाद में एक अच्छी दोस्त भी बनीं। वह अशोक कुमार और मीना कुमारी के साथ घुलमिल गए। चेन्नई में वह शिवाजी गणेशन, जेमिनी गणेशन और सावित्री के साथ रहे। उद्योगपतियों से लेकर राजनेताओं और महाराजाओं तक में उनके प्रशंसक थे। यहां तक कि जामनगर में दुकानदार अक्सर उनसे पैसे लेने से मना कर देते थे। आम जनता उन्हें बहुत प्यार करती थी।
India’s first Arjuna Award winning cricketer and a man who hit sixes on public demand, Salim Durani.
— VVS Laxman (@VVSLaxman281) April 2, 2023
Om Shanti. Heartfelt Condolences to his family , friends and loved ones. pic.twitter.com/DwdKamlxjy
इंडियन एक्सप्रेस में श्रीराम वीरा ने लिखा है कि 2016 में उन्हें सलीम दुर्रानी से जामनगर में मिलने का मौका मिला। सलीम अपनी भतीजी के घर पर थे जहां स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण पिछले एक साल से रह रहे हैं। सलीम भाई ने फोन पर कहा था, बाजार पहुंचकर, किसी को भी पूछना इकबाल लाला का घर। बेहतर होता कि हमने ऑटो ड्राइवर को 'सलीम भाई' के पास जाने की बात बताई होती तो पहुंचना बहुत आसान होता। हमें अगले कुछ घंटों में पता चल गया कि वो दूसरों के बारे में बात करना ज्यादा पसंद करते हैं।
वो उस कहानी के बारे में बताते हैं कि कैसे उन्होंने एक बार एक ट्रेन यात्रा पर अपने कोट के साथ कंपकंपाते सुनील गावस्कर को कवर किया, खुद ठंड को सहन किया।
With #Salimdurani sir 👊🏽 pic.twitter.com/vCmGcIZpPh
— Vijender Singh (@boxervijender) October 18, 2020
जाड़े की रात में एक बूढ़ी भिखारी औरत उनके पास आई थी और सलीम भाई पिघल गए। उन्होंने बताया कि मैंने अपना स्वेटर उतार दिया, जो राजस्थान क्रिकेट का आधिकारिक स्वेटर था। मैंने उसे 10 रुपये दिए, जो उन दिनों एक बड़ी रकम थी। जब हम कैब में सवार हुए, तो किसी ने मुझसे कहा 'भाई, आप मुश्किल में पड़ जाएंगे, आपने राजस्थान का आधिकारिक स्वेटर दे दिया है'। मैं तनाव में आ गया। उन्होंने "गाड़ी मोड़ो" कहा और वास्तव में स्वेटर वापस पाने के लिए महिला की तलाश में निकल पड़े! वह तब तक जा चुकी थी। उनकी कहानी लोगों को हंसने पर मजबूर कर देती है।
पुरानी यादें उन्हें अपनी जवानी में वापस ले गईं। वो बता रहे थे- इंग्लैंड के खिलाफ यह मैच था। मैंने टोनी लोके को दो छक्के मारे - पहला डीप मिड-ऑन पर और दूसरा मैंने पैवेलियन की पहली बालकनी की तरफ उठा दिया! गेंदबाज का दाहिना हाथ फैला हुआ था, आँखें फड़क रही थीं। उनके पास एक तेज गेंदबाज था जिसने मुझे दूसरी नई गेंद से उछाल वाली गेंद फेंकी। उन्हें पुल शॉट करके गेंद को भीड़ में भेज दिया।
भीड़ के साथ उनका रिश्ता भी उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग करता था। जब भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश आरएम लोढा छोटे थे, तो उन्हें कोलकाता में बिताया गया एक मजेदार दिन याद है, भीड़ दुर्रानी से छक्के मांग रही थी। सलीम भाई ने बताया कि मेरा खेल ऐसा ही था। कभी-कभी मैं भीड़ को नारे लगाते सुनता और मूड में आ जाता।
उन्होंने बताया था कि अब मैं पढ़ता हूं, खेल देखता हूं - क्रिकेट, फुटबॉल, और फिल्म, अगर कोई अच्छी है तो। आखिरी बार उन्होंने एक फिल्म देखी थी जिसमें अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी थे। वो बताते हैं कि शेट्टी अच्छा आदमी है, वह कई बार आते हैं। टॉम ऑल्टर भी आता है। अगले दिन, अजय जडेजा यहां ईशांत शर्मा के साथ थे।
सलीम दुर्रानी ने उस समय कहा था कि जिंदगी जैसे चली, वैसे मैं भी चलता रहा। उनके जीवन में कुछ संकट आए, जिनका उल्लेख करने से वो कतराते हैं। वो कहते हैं कि चुनौतियां आईं लेकिन मैंने अपना संतुलन नहीं खोया। हाल ही में बीसीसीआई से पूर्व क्रिकेटरों को वित्तीय अनुदान मदद और पेंशन भी मिली।
अपने पुराने दोस्त सोबर्स को याद करते हुए वो कहते हैं- क्या खिलाड़ी था वो और इतना साधारण आदमी। मैंने सुना है कि रोहन (कन्हाई) पब चलाता है। मैंने काफी दिनों से देखा नहीं। वो पहले अक्सर भारत आया करते थे लेकिन अब नहीं। चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए अपने पहले टेस्ट को याद करते हुए सलीम भाई ने बताया था कि भारत को 86 रनों का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन विकेट गिरने लगे। जब वे 4 विकेट पर 51 रन पर थे, तो टाइगर पटौदी उनका साथ देने आए। जल्द ही, उन्होंने कुछ तेज रन बनाने का फैसला किया।
उन्होंने बताया कि उनके पास एक स्पिनर (नॉर्मन) गिफोर्ड था। मैंने उसकी बॉल को मिडविकेट के ऊपर एक बड़े छक्के के लिए उठाया। उसे गुस्सा आ गया। वो मेरे पास आया और कहने लगा कि तुमने एक क्रॉस-बैटेड शॉट मारा। सीधे खेलो! मैंने उससे कहा, गिफी, कोई बात नहीं अगर यह एक क्रॉस-बैटेड शॉट था, तो हमें अब केवल 20 रन चाहिए, जाओ गेंद ले आओ! हालांकि वो अंततः आउट हो गए, लेकिन भारत मजबूत स्थिति में आ गया। आज भारतीय क्रिकेट बहुत मजबूत स्थिति में है लेकिन सलीम दुर्रानी अपने अनुभव बताने के लिए अब नहीं हैं।