अश्लील वीडियो कॉल कर साध्वी प्रज्ञा को ब्लैकमेल करने का प्रयास, FIR दर्ज
साइबर अपराध करने वाले गिरोह द्वारा भोपाल की बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अनजान मोबाइल नंबरों से अश्लील कॉल और वीडियो मैसेज करके ब्लैकमेल करने के प्रयास का सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्रज्ञा सिंह ने अज्ञात का फोन नंबर देते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट पुलिस को की है।
भोपाल की फायर ब्रांड बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह की ओर से रविवार और सोमवार की रात क़रीब ढाई बजे टीटी नगर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत के अनुसार प्रज्ञा सिंह के मोबाइल पर रविवार शाम क़रीब सात बजे अनजान मोबाइल नंबर 637160**** से वाट्सऐप पर वीडियो कॉल आया। वह कॉल एक युवती ने किया। प्रज्ञा सिंह ने सामने युवती को देखकर कॉल को रिसीव कर लिया। कॉल करने वाली युवती ने देखते ही देखते अपने कपड़े उतारना शुरू कर दिए। प्रज्ञा सिंह माज़रा समझ पातीं, इसके पहले युवती ने ज़्यादातर कपड़े उतार दिये।
वीडियो कॉल पर अश्लील हरकत करती युवती का फोन बीजेपी सांसद ने काट दिया। इसके बाद वह अपने काम में लग गईं। शिकायत के अनुसार कुछ ही समय बाद एक अन्य नंबर 828077**** से वीडियो मैसेज की रिकार्डिंग बीजेपी सांसद को उनके फोन पर भेजी गई। दरअसल, वीडियो मैसेज उसी युवती का था जिसने थोड़ी देर पहले अन्य फोन नंबर से वाट्सऐप पर वीडियो कॉल करके अश्लीलता की थी। वीडियो रिकॉर्डिंग में युवती सांसद के सामने अपने कपड़े उतारते नज़र आ रही है।
वीडियो कॉल रिकॉर्डिंग भेजने वाले नंबर से बीजेपी सांसद को संदेश भेजकर पैसों की मांग भी की गई (कितनी राशि मांगी इसका खुलासा शिकायत में नहीं किया गया है)। शिकायत में बताया गया है कि उपरोक्त संदेश में चेतावनी दी गई, ‘यदि मांगी गई राशि उपलब्ध नहीं कराई गई तो वीडियो रिकॉर्डिंग को वायरल कर दिया जायेगा।’
मामले की गंभीरता को देखते हुए बीजेपी सांसद की ओर से टीटी नगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने दोनों नंबरों का उपयोग करने वाली अज्ञात युवती और उसके अज्ञात साथियों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड विधान की धारा धारा 354, 507 और 509 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
मामला साइबर सेल को सौंपा गया
भोपाल के टीटी नगर थाना प्रभारी चेन सिंह रघुवंशी ने बताया कि सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह के बंगले से फोन आने के बाद अज्ञात आरोपियों के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। वाट्सऐप वीडियो कॉल पहले सांसद के सामने अश्लीलता की गई फिर वही अश्लील रिकॉर्डिंग उनके फोन पर भेजी गई। बाद में फोन कर उनसे अपशब्द कहे और जान से मारने की धमकी दी। पैसों की मांग की गई।
रघुवंशी ने कहा कि नंबरों को ट्रेस करने के लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर को कोरोना हो गया था। वे अस्पताल में भर्ती थीं। दो दिन पहले ही अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। दो दिन से वह घर पर ही हैं। अभी भी उनकी तबीयत पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है।
भोपाल में कई और शिकायतें भी हुई हैं
वाट्सऐप पर वीडियो कॉल करके युवतियों द्वारा लोगों को फँसाये जाने का भोपाल में यह पहला मामला नहीं है। भोपाल में पिछले तीन महीनों में इस तरह की आधा दर्जन के क़रीब शिकायतें पुलिस से की गई हैं। राजधानी के एक वरिष्ठ पत्रकार और कुछ व्यापारी भी ऐसे ही साइबर क्राइम करने वालों की जाल में फँसते-फँसते बचे हैं।
भोपाल के अलावा प्रदेश के अन्य राजभोगी शहरों इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर आदि से भी इस तरह की शिकायतों वाले मामले पुलिस तक पहुंचे हैं।
बड़ा गिरोह सक्रिय है
सूत्रों का कहना है कि वीडियो कॉल कर लोगों को अपनी जाल में फँसाने वाला बड़ा गिरोह सक्रिय है। वह आये दिन लोगों को फाँसता है। कई बार फंस जाने वाला घबरा कर पैसे दे बैठता है। कॉल करने वाले गिरोह और उसके सदस्यों के हौंसले इसी वजह से बुलंद है।
भोपाल में तो हाल ही में एक इंस्पेक्टर को सीपी ने बर्खास्त किया है। पॉश इलाक़े के थाने का प्रभारी इंस्पेक्टर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर ऐसे ही घटनाक्रम को अंजाम देते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। जांच में आरोप सही पाये जाने के बाद उसके और अन्य साथियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ। सभी की गिरफ्तारी भी हुई। केस कोर्ट में विचाराधीन है।