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राहुल की यात्रा में पायलट खेमा बखेड़ा करेगा? जानिए सचिन क्या बोले

राहुल की यात्रा में पायलट खेमा बखेड़ा करेगा? जानिए सचिन क्या बोले

राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत खेमे के बीच की तनातनी का असर क्या अब राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर पड़ेगा? आख़िर गुर्जर नेता विजय सिंह बैंसला के विरोध की चेतावनी के क्या मायने हैं?

राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर पायलट खेमा अपने नेता की बात सुनेगा या फिर वह खुद की मर्जी से निर्णय लेगा? गुर्जर नेता विजय सिंह बैंसला ने राजस्थान में राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' का विरोध करने की चेतावनी दी है। उनकी मांग है कि जब तक उनके समुदाय के एक प्रमुख चेहरे सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की उनकी मांग को माना नहीं जाता है तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। हालाँकि, अब मीडिया में सूत्रों के हवाले से ख़बर आ रही है कि सचिन खेमे ने बैंसला के बयान से खुद को अलग कर लिया है और कहा है कि राहुल की यात्रा से उनकी मांगों का कुछ लेना देना नहीं है। देर शाम को खुद सचिन पायलट ने साफ़ किया है कि राहुल गांधी की यात्रा राजस्थान में ऐतिहासिक होगी।

बहरहाल, बैंसला की मांग बेहद साफ़ है। उन्होंने कहा है कि यात्रा रोकने की तैयारी के लिए गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेता बुधवार से जमीन पर उतरेंगे। उन्होंने कहा, 'मौजूदा कांग्रेस सरकार के चार साल पूरे हो गए हैं और एक साल बचा है। अब सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो आपका (राहुल गांधी) स्वागत है। नहीं तो हम विरोध करेंगे।'

गुर्जर समुदाय की आबादी राज्य की आबादी का पांच से छह प्रतिशत है। अनुमानित तौर पर राजस्थान में गुर्जर जाति की जनसंख्या 40 लाख से अधिक है। 2021 में गुर्जर जाति की जनसंख्या क़रीब 60 लाख हो सकती है। करौली, सवाई माधोपुर, जयपुर, टोंक, भरतपुर, दौसा, कोटा, धौलपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, झुंझनू, अजमेर जिले गुर्जर बहुल वाले हैं। वे मुख्य रूप से पूर्वी राजस्थान में 40 से अधिक सीटों पर प्रभावशाली हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन जिलों में से अधिकतर से होकर गुजरेगी।

समझा जाता है कि राजस्थान में गुर्जरों का वोट बैंक बीजेपी के प्रभाव में है, क्योंकि उनकी विरोधी मीणा जाति परंपरागत रूप से कांग्रेस की समर्थक मानी जाती है। लेकिन राजस्थान से सचिन पायलट एक गुर्जर नेता हैं जिन्होंने गुर्जर वोट बैंक को बीजेपी से कांग्रेस की तरफ़ लाने के लिए प्रयास किए हैं।

भारत जोड़ो यात्रा 3 दिसंबर को झालावाड़ से संभावित रूप से प्रवेश करेगी और 20 दिनों में झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर के कुछ हिस्सों से गुजरेगी।

ऐसे में अब समुदाय के सदस्यों के साथ एक बैठक के बाद बैंसला ने एक वीडियो बयान जारी किया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार बैंसला ने कहा कि राहुल गांधी को 'या तो एक गुर्जर मुख्यमंत्री के साथ या इस मुद्दे पर जवाब के साथ' राजस्थान का दौरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समुदाय ने 2018 में इस उम्मीद के साथ कांग्रेस को वोट दिया था कि एक गुर्जर को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, 'हमने एक विधायक को वोट नहीं दिया, हमने एक गुर्जर मुख्यमंत्री को वोट दिया।' बैंसला ने कांग्रेस सरकार पर समुदाय से किए गए वादों को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया।

बैंसला पायलट खेमे के नेता माने जाते हैं। उन्होंने पहले भी मुख्यमंत्री के तौर पर सचिन पायलट की वकालत की थी। उन्होंने यह माँग उस दिन उठाई जिस दिन कांग्रेस नेता को राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होना था।

बैंसला ने अब कहा है, '2019 और 2020 में कई मुद्दों पर सरकार के साथ हमारे समझौते हुए थे, लेकिन समझौते पर अमल नहीं हो रहा है। ऐसा नहीं है कि हम यात्रा को रोकने की धमकी दे रहे हैं, लेकिन यह राजस्थान सरकार है जो हमारी मांगें नहीं मानकर हमें यह क़दम उठाने के लिए मजबूर कर रही है।'

इससे पहले भी बैंसला ने यात्रा रोकने की धमकी दी थी। इसके जवाब में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने तब कहा था कि राज्य में यात्रा को रोकने का साहस किसी में नहीं है।

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