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ब्लैक सी पर रूसी जेट ने यूएस ड्रोन को मार गिराया, दोनों देश संयमित

ब्लैक सी पर रूसी जेट ने यूएस ड्रोन को मार गिराया, दोनों देश संयमित

अमेरिका और रूस के बीच यूएस ड्रोन को मार गिराए जाने के बाद हालात संभल गए हैं। रूस के राजदूत ने कहा कि वो बेवजह का टकराव नहीं चाहते हैं। ब्लैक सी पर एक यूएस ड्रोन को मंगलवार को रूस के फाइटर प्लेन ने मार गिराया था। इस घटना पर अमेरिका काफी तिलमिलाया लेकिन हालात सामान्य बने हुए हैं।

रूसी लड़ाकू जेट ने ब्लैक सी के ऊपर अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया। अमेरिकी सेना के अनुसार इस घटना में अमेरिकी MQ-9 रीपर ड्रोन के प्रोपेलर को नुकसान पहुंचा है। हालांकि इस घटना के बाद रूस-अमेरिका संबंध अभी सामान्य बने हुए हैं। अमेरिका ने रूस के राजनयिक को तलब कर सख्त ऐतराज जताया। रूस के राजदूत अनातोली एंटोनोव ने कहा है कि रूस अमेरिका के साथ "टकराव" नहीं चाहता है। हम ऐसी स्थिति नहीं बनाना पसंद करते हैं जहां रूस और यूएस के बीच अनपेक्षित संघर्ष या अनपेक्षित घटनाओं का सामना हो।

यह घटना ऐसे समय हुई है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। अमेरिका, यूरोप पूरी तरह से यूक्रेन का साथ दे रहा है। ब्लैक सी पर हुई घटना को मामूली नहीं कहा जा सकता। ऐसी छोटी घटनाएं कई बार भयानक युद्ध का कारण भी बन जाती हैं। लेकिन यूएस और रूस फिलहाल इसे टाल ले गए हैं।

एएफपी और सीएनएन के मुताबिक अमेरिकी यूरोपीय कमान ने बयान में कहा कि रीपर ड्रोन और दो रूसी एसयू-27 विमान मंगलवार को ब्लैक सी के ऊपर उड़ान भर रहे थे, उसी समय एक रूसी जेट ने जानबूझकर मानव रहित ड्रोन के सामने उड़ान भरी और कई बार उस पर फ्यूल गिराया।

पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर ने मंगलवार को कहा कि रूसी विमान ने फिर ड्रोन के प्रोपेलर को टक्कर मार दी। इससे अमेरिकी सेना को एमक्यू-9 ड्रोन को इंटरनेशनल वॉटर में नीचे लाने को मजबूर किया। रूसी विमान ने टकराने से पहले 30 से 40 मिनट तक ड्रोन के आसपास उड़ान भरी थी।

वायु सेना के जनरल जेम्स बी हेकर (कमांडर वायु सेना यूरोप और वायु सेना अफ्रीका) ने कहा- हमारा MQ-9 विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में नियमित उड़ान पर था, जब इसे रोका गया और एक रूसी विमान द्वारा मारा गया, जिसके परिणामस्वरूप MQ-9 दुर्घटनाग्रस्त हो गया और पूरी तरह से नष्ट हो गया। उन्होंने कहा कि वास्तव में, रूसियों द्वारा इस असुरक्षित और अनप्रोफेशनल हरकत के कारण दोनों विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए।

एएफपी के मुताबिक मॉस्को ने ड्रोन के दुर्घटनाग्रस्त होने से इनकार किया। हालांकि पेंटागन ने कहा कि यूएस ड्रोन एक नियमित खुफिया निगरानी मिशन पर था। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा- एक तेज युद्धाभ्यास की वजह से एमक्यू-9 मानव रहित हवाई वाहन बहुत ऊंचाई पर कंट्रोल से बाहर हो गया और पानी की सतह से टकरा गया। हमारे विमान न तो अमेरिकी ड्रोन के संपर्क में आया और न ही अपने किसी हथियार का इस्तेमाल किया।

बहरहाल, अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि उसने विरोध जताने के लिए रूस के राजदूत को तलब किया। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बाद में कहा कि हम रूसियों के इनकार का खंडन करते हैं। यह घटना हुई है। हमारी कोशिश है कि यूएस ड्रोन को गलत हाथों में न जाने दिया जाए। किर्बी ने सीएनएन से कहा - बहुत अधिक विस्तार में गए बिना मैं यह कह सकता हूं कि हमने उस विशेष ड्रोन की रक्षा के लिए कदम उठाए हैं।

नियमित इंटरसेप्शन

 किर्बी ने वॉशिंगटन में पत्रकारों से कहा कि काला सागर पर रूसी विमानों का इंटरसेप्शन आम बात है। लेकिन उनका तरीका कितना असुरक्षित, अनप्रोफेशनल और लापरवाही वाला था। 

ब्रसेल्स में नाटो के राजनयिकों ने इस घटना की पुष्टि की, लेकिन कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि यह तुरंत टकराव में बदल जाएगा।

नाम न छापने की शर्त पर एएफपी से एक पश्चिमी सैन्य स्रोत ने कहा कि रूस और यूएस के बीच राजनयिक चैनल इस मामले में स्थिति बिगड़ने को सीमित करने में मदद कर सकते हैं। वे इस घटना की वजह से हालात को और नहीं बिगड़ने देंगे।

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