रूस ने यूक्रेन से अपना राजनयिक स्टाफ हटाना शुरू किया, आशंकाएं भी बढ़ीं
रूस ने यूक्रेन में अपने सभी राजनयिक स्टाफ को वहां से हटाना शुरू कर दिया है। इसी तरह यूक्रेन ने भी अपने नागरिकों को रूस से लौटने को कहा है। इस घटनाक्रम से लगता है कि युद्ध की आशंका अभी भी बनी हुई है। रूस की समाचार एजेंसी ने बुधवार को बताया कि कीव में रशियन दूतावास ने पुष्टि की है कि स्टाफ का आना शुरू हो गया है। कीव में एपी के फोटोग्राफर ने देखा कि रूसी झंडा अब शहर में दूतावास की बिल्डिंग पर नहीं उड़ रहा था।
उधर, कीव के विदेश मंत्रालय ने भी यूक्रेनियन नागरिकों से रूस की यात्रा करने से परहेज करने का आग्रह किया है, और उस देश में रहने वालों को फौरन रूस छोड़ने के लिए कहा है। कीव में विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूसी "आक्रामकता" के बढ़ते खतरे का मतलब है कि रूस में यूक्रेनी नागरिकों के लिए कांसुलर सेवाएं प्रदान करना मुश्किल होगा। एक अनुमान के मुताबिक रूस में 20 से 30 लाख यूक्रेनियन नागरिक रह रहे हैं। इस बीच यूक्रेन के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने कहा है कि हम दोनेत्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों के अलावा अपने सभी क्षेत्रों में आपातकाल लागू करेंगे। दोनेत्स्क और लुहान्स्क में यह 2014 से लागू है।
Feb 23, 2022
— bro (@08broc) February 23, 2022
ウクライナから避難しているロシアの外交官
Russian Diplomats being evacuated from Ukraine 🇺🇦 pic.twitter.com/jqIapbRiUY
ओलेक्सी डेनिलोव ने बुधवार को कहा कि आपातकालीन स्थिति 30 दिनों तक चलेगी और इसे और 30 दिनों के लिए बढ़ाया जा सकता है। सुरक्षा परिषद ने योजना को मंजूरी दे दी है। डेनिलोव ने यह भी कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लॉदिमिर ज़ेलेंस्की ने परमाणु हथियारों के विकास पर चर्चा नहीं की थी, जिसे व्लादिमिर पुतिन ने रूस के लिए एक रणनीतिक खतरा बताया है।
इस बीच पोप फ्रांसिस ने कहा है कि यूक्रेन में परिदृश्य तेजी बदल रहा है। मैं इसमें शामिल सभी दलों से ऐसी किसी भी कार्रवाई से दूर रहने के लिए कहता हूं जो आबादी के लिए और अधिक पीड़ा का कारण बन सकती है। पोप ने कहा-
“
रूसी आक्रमण की आशंकाओं के बीच "सभी की शांति" के लिए खतरा है।
-पोप फ्रांसिस
चीन का अमेरिका पर आरोप चीन ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर यूक्रेन संकट पर "तनाव बढ़ाने" और "घबराहट पैदा करने" का आरोप लगाया है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "अगर कोई दूसरों पर आरोप लगाते हुए आग में घी डाल रहा है तो वह व्यवहार गैरजिम्मेदाराना और अनैतिक है। उन्होंने कहा कि चीन ने "सभी पक्षों से एक-दूसरे की वैध सुरक्षा चिंताओं का सम्मान करने और महत्व देने, बातचीत और परामर्श के माध्यम से मुद्दों को हल करने का प्रयास करने और संयुक्त रूप से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने का आह्वान किया है।