हिन्दू और 'हिन्दुत्व' पर राहुल गांधी की चुनौती स्वीकार की आरएसएस ने
हिन्दू और हिन्दुत्व विवाद सिर्फ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ही नहीं बल्कि आरएसएस भी जिन्दा रखना चाहती है।
इसीलिए आज संघ ने अपने नेता सुरेश भैयाजी जोशी को आगे किया और उनसे इस पर फिर से बहस छिड़वा दी है।
हिन्दू और हिन्दुत्व पर बहस राहुल ने शुरू की थी। आरएसएस ने एक तरह से राहुल की चुनौती स्वीकार कर ली है।
भैयाजी जोशी के बयान के बाद संघ और बीजेपी के अन्य नेता भी इस पर आक्रामक बयान देना शुरू कर सकते हैं।
क्या कहा जोशी ने
सुरेश भैयाजी जोशी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि हिन्दू और हिन्दुत्व एक ही जैसे विचार हैं। इस पर बेकार विवाद खड़ा किया जा रहा है।
उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिये बिना कहा कि इस मुद्दे पर अनावश्यक विवाद सिर्फ गलत धारणा पैदा करने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि मेरा चरित्र हिन्दुत्व इसीलिए है, क्योंकि मैं हिन्दू हूं। कहने का अर्थ यह है कि किसी हिन्दू का चरित्र ही हिन्दुत्व हो सकता है।
आरएसएस चाहता है बहस
आरएसएस हिन्दू और हिन्दुत्व के मुद्दे पर बहस चाहता है। पिछले दो महीने से कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार इसका उल्लेख अपने भाषणों में कर रहे हैं।
आरएसएस यही चाहता है कि इस पर बहस जारी रहे। हिन्दू और हिन्दुत्व के सहारे ही उसने अपनी राजनीतिक शाखा को ऊंचाई पर पहुंचाया है।
इस मुद्दे पर बहस जारी रहने पर उसके समर्थकों में इस विचार को लेकर धारणा मजबूत होगी।
भैयाजी जोशी के बयान ने इस विवाद को और आगे बढ़ाया है।
अगर कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मुद्दे पर नए विचारों के साथ सामने आते हैं तो संघ फिर उसका जवाब देगा।
आने वाले वक्त में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान इस पर बयानबाजी तेज हो सकती है।
क्या राहुल को फायदा होगा?
राहुल गांधी अगर इस मुद्दे पर अपने विचारों से लोगों की धारणा बदल सके तो यह बहुत बड़ी सफलता मानी जाएगी। लेकिन लगता नहीं कि इस मुद्दे पर कांग्रेस को राहुल कोई फायदा दिला पाएंगे।
अभी भी देश के लोग बीजेपी को हिन्दुत्व वाली पार्टी के रूप में ही देखते और जानते हैं।
राहुल अपने बयानों से दरअसल यह संकेत देना चाहते हैं कि कांग्रेस भी कमोबेश हिन्दुत्व पर कायम है लेकिन उसका हिन्दुत्व सभी समुदायों को साथ लेकर चलने वाला हिन्दुत्व है। यानी कांग्रेस के हिन्दुत्व में अन्य समुदायों के लिए भी जगह है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे की शुरुआत करते हुए कहा था कि हमारा हिन्दुत्व गांधी का है और उनका हिन्दुत्व गोडसे का है।
इसके बाद जब प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में गंगा स्नान किया तो राहुल ने बयान में कहा कि एक हिन्दुत्ववादी गंगा में अकेले स्नान करता है, जिसे सैकड़ों कैमरे दुनिया को दिखाते हैं। जबकि एक हिन्दू वह होता है जो करोड़ों को साथ लेकर चलता है।
राहुल के इस बयान से बीजेपी नेता बहुत तिलमिलाए थे। उसी समय से आरएसएस इसका जवाब देने पर विचार कर रहा था।