ऋषि सुनाक ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के लिए की दावेदारी
बोरिस जॉनसन द्वारा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा दिए जाने के बाद उनकी कैबिनेट में रहे ऋषि सुनाक ने प्रधानमंत्री पद पर दावेदारी की है। ऋषि सुनाक ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो जारी कर कहा है कि वह कंजरवेटिव पार्टी के अगले नेता और ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं।
ऋषि सुनाक के दादा-दादी पंजाब से ब्रिटेन गए थे। 49 साल के ऋषि सुनाक ने वीडियो में अपनी दादी की कहानी को बताया है, जब वह एक बेहतर जिंदगी की तलाश में ब्रिटेन आई थीं। उन्होंने अपने वीडियो में कहा है कि परिवार ही उनके लिए सब कुछ है।
बता दें कि बोरिस जॉनसन की कैबिनेट के कई मंत्रियों, सांसदों ने इस्तीफा दे दिया था और इसके बाद उन्हें भी पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
जॉनसन की मुश्किलें तब बढ़नी शुरू हुई थीं जब उन्होंने यौन दुराचार के एक मामले में आरोपी होने के बाद भी सांसद क्रिस पिंचर को सरकार में अहम ओहदा दिया था। 2019 में बोरिस जॉनसन ने पिंचर को विदेश कार्यालय का मंत्री बनाया था और इस साल फरवरी में उन्हें डिप्टी चीफ व्हिप बनाया गया था।
ऋषि सुनाक की पत्नी अक्षता मूर्ति इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं। उनकी दो बेटियां हैं। ऋषि सुनाक को बोरिस जॉनसन ने ही चुना था और उन्हें राजकोष का चांसलर नियुक्त किया गया था। कई बार ऐसा हुआ कि ऋषि ने बोरिस की जगह टीवी डिबेट में हिस्सा लिया। ब्रेग्जिट का पुरजोर समर्थन करके वह अपनी पार्टी में ताक़तवर बन गए थे।
ब्रिटेन में भारतीय प्रवासी सबसे बड़े जातीय अल्पसंख्यक समुदायों में से एक है। 2011 की जनगणना के अनुसार ब्रिटेन में भारतीय मूल के लगभग 1.5 मिलियन लोग रहते हैं जो ब्रिटेन की कुल जनसंख्या के लगभग 1.8% है। यह जनसंख्या बड़ी आर्थिक ताक़त भी रखती है। भारतीय मूल के लोगों की सिर्फ़ इतनी आबादी ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद में 6% तक का योगदान देती है।
प्रधानमंत्री पद के अन्य दावेदारों में पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिक साजिद जाविद का भी नाम शुमार है। पेनी मॉर्डंट पर भी सभी की नजरें हैं। मॉर्डंट को पार्टी में मजबूत ब्रेग्जिट समर्थक करिश्माई और अच्छे नेतृत्व के गुणों वाला नेता माना जाता है।