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कोविड- चीन में रोज़ संभवत: 10 लाख केस, 5000 मौतें हो रहीं: रिपोर्ट

कोविड- चीन में रोज़ संभवत: 10 लाख केस, 5000 मौतें हो रहीं: रिपोर्ट

चीन में कोरोना की जो मौजूदा लहर है, वह क्या अब तक का सबसे ख़तरनाक है? जानिए, कोरोना संक्रमण और इसके आँकड़ों के विश्लेषण करने वाली संस्था ने क्या कहा है।

जिस चीन में कोरोना से तबाही मची है उसको लेकर एक रिपोर्ट भयावह तसवीर पेश करती है। एक नए विश्लेषण के अनुसार, चीन में हर दिन क़रीब 10 लाख कोविड संक्रमण के मामले आ रहे हैं और 5,000 लोगों की मौतें हो रही हैं।

हालाँकि, आधिकारिक तौर पर चीन ने बुधवार को 2,966 नए मामले दर्ज किए और दिसंबर की शुरुआत से अब तक 10 से भी कम कोविड मौतें हुई हैं। लेकिन इस रिपोर्ट पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। ऐसा इसलिए कि जो तसवीरें चीन से सामने आ रही हैं उसमें दिख रहा है कि अस्पताल रोगियों से अटे पड़े हैं, मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं, श्मशान घाटों में शव उनकी क्षमता से कहीं अधिक हैं और मुर्दाघर में शवों के लिए जगह कम पड़ने लगी है।

बहरहाल, ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन दुनिया के अब तक के सबसे बड़े प्रकोप से जूझ रहा है। ब्लूमबर्ग ने लंदन स्थित एक शोध फर्म के हवाले से यह रिपोर्ट दी है। इसने शोध में यह भी कहा है कि वर्तमान लहर जनवरी में और भयावह हो सकती है और हर रोज़ संक्रमण की संख्या बढ़कर 37 लाख तक हो सकती है। एयरफिनिटी लिमिटेड के अनुसार, लंदन स्थित शोध फर्म कोरोना के पहली बार उभरने के बाद से महामारी पर नज़र रख रही है। 

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि संक्रमण का एक और उछाल होगा जो मार्च में आएगा और तब हर रोज़ 42 लाख संक्रमण के मामले आ सकते हैं। 

बता दें कि हाल ही में महामारी विशेषज्ञ एरिक फीगल-डिंग ने कहा था कि चीन में अस्पताल पूरी तरह से चरमरा गए हैं और अगले 90 दिनों में चीन की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी के संक्रमित होने और लाखों लोगों की मौत होने की आशंका है। इसके अलावा, लंदन स्थित ग्लोबल हेल्थ इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स फर्म ने कहा है कि अगर चीन अपनी ज़ीरो कोविड नीति को हटाता है तो 13 लाख से 21 लाख लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है।

तो सवाल है कि चीन में संक्रमण की संख्या कम कैसे आ रही है? दरअसल, रिपोर्ट है कि चीन ने बड़े पैमाने पर परीक्षण बूथों के अपने विशाल नेटवर्क को बंद कर दिया है और हर रोज़ के संक्रमण को शामिल करने के प्रयासों को ख़त्म कर दिया है।

चीन के स्वास्थ्य नियामक ने भी कोविड से मृत्यु के अपने पैमाने में बदलाव किया है। इसी वजह से संक्रमणों की वर्तमान स्थिति और वास्तविक मौतों का अनुमान लगाना मुश्किल हो गया है।

एयरफिनिटी के टीके और महामारी विज्ञान के प्रमुख लुईस ब्लेयर ने एक बयान में कहा, 'यह बदलाव चीन में आ रही मौतों को कम बता सकता है।'

 - Satya Hindi

बीएफ़ 7 वैरिएंट क्या है?

चीन में कोरोना की मौजूदा लहर के लिए बीएफ़ 7 को ज़िम्मेदार माना जा रहा है। बता दें कि जब वायरस म्यूटेट करता है तो वे वंशावली और उप-वंश बनाते हैं - जैसे SARS-CoV-2 से डेल्टा, गामा, ओमिक्रॉन जैसी कई शाखाओं के रूप में वंशावली सामने आई। इन वंशावली के ही अब कई उप-वंश सामने आए हैं। बीएफ़ 7 (BF.7) भी BA.5.2.1.7 के समान ही है। BA.5.2.1.7 भी ओमिक्रॉन के एक उप-वंश BA.5 से ही निकला है। 

बीएफ़.7 कितना संक्रामक?

बीएफ़.7 बहुत ज़्यादा संक्रामक है, इसका इनक्यूबेशन पीरिएड कम है और इसमें उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता होती है, जिन्हें टीका लगा हुआ हो। बीएफ़ 7 सब-वैरिएंट में मूल वैरिएंट की तुलना में 4.4 गुना अधिक प्रतिरोध क्षमता है। इसका मतलब है कि टीका लगाए व्यक्ति या संक्रमित व्यक्ति के एंटीबॉडी से बीएफ़ 7 को ख़त्म करने की संभावना कम रहती है।

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