कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद रेणुका चौधरी के ख़िलाफ़ हैदराबाद में विरोध-प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस वाले का कॉलर पकड़ने का मुक़दमा दर्ज किया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार उन पर एक लोक सेवक को ड्यूटी निभाने से रोकने के लिए हमला या आपराधिक ताक़त का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि वह एक पुलिसकर्मी के कॉलर पकड़ी हुई हैं। वह नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के ख़िलाफ़ हैदराबाद में किए जा रहे प्रदर्शन में शामिल थीं। पार्टी ने उस प्रदर्शन को 'चलो राज भवन' नाम दिया था।
घटना का एक वीडियो आज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। रेवती नाम की यूज़र ने उस वीडियो को साझा किया है जिसमें रेणुका चौधरी पुलिसकर्मी के साथ बहस करती हुई दिखती हैं। इस वीडियो में वह एक पुलिसकर्मी के कॉलर को पकड़ी हुई दिखती हैं। फिर महिला पुलिस अधिकारियों ने उन्हें एक पुलिस वैन की ओर खींच लिया।
इससे पहले दिन में कांग्रेस नेता ने मौक़े पर तेलुगु मीडिया को बताया कि जब पुलिस ने हस्तक्षेप किया तो वह अन्य महिला नेताओं के साथ शांतिपूर्वक विरोध कर रही थीं। उन्होंने सवाल किया कि पुलिस ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया है।
उन्होंने एक वीडियो बयान पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने कहा है, 'मेरे आसपास पुरुष पुलिस अधिकारी क्यों थे?' वीडियो में वह कहती हुई सुनी जा सकती हैं कि उनकी मंशा पुलिसकर्मियों से उलझने की नहीं थी।
रेणुका चौधरी ने कहा, '...लेकिन मेरे साथ मैनहैंडलिंग (धक्का-मुक्की) हुई, मैं अपना नियंत्रण खो रही थी, मैं उस व्यक्ति पर गिरने वाली थी.... आप देख सकते हैं कि वे अचानक मुझे धक्का देने की कोशिश करते हैं। यही वजह है कि मेरा हाथ, जो मैं उनके कंधे पर रखने की कोशिश कर रही थी, फिसल गया क्योंकि वह थोड़ा सा हटे और उनका कॉलर मेरे हाथ में पकड़ में आ गया।'
उन्होंने एक अन्य बयान में कहा है, 'देश भर में पुलिस को विरोध करने वाले कांग्रेस नेताओं के ख़िलाफ़ संयम दिखाने की ज़रूरत है। आप हमारे कार्यालय में घुसते हैं, आप हमारे नेताओं को लात मारते हैं, आप हमारी महिला नेताओं को घसीटते हैं, आप हमारे नेताओं पर लाठीचार्ज करते हैं और आप हमसे शांत रहने की उम्मीद करते हैं?'
रेणुका चौधरी पूर्व में दो बार पर्यटन मंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं। वह एक मुखर राजनीतिज्ञ हैं, लेकिन 2012 में राज्यसभा सांसद के रूप में सेवा देने के बाद से राष्ट्रीय मंच से काफी हद तक ओझल रही हैं। वह वर्तमान में कांग्रेस की प्रवक्ता हैं।