रवीश कुमार का एनडीटीवी से इस्तीफ़ा
रवीश कुमार ने आख़िरकार एनडीटीवी से इस्तीफ़ा दे दिया। एनडीटीवी में अडानी ग्रुप के हिस्सेदारी ख़रीदने के साथ ही सोशल मीडिया पर कुछ लोग उनके इस्तीफे की अफवाह उड़ा रहे थे। एक दिन पहले चैनल के संस्थापक और प्रमोटर प्रणय रॉय और राधिका रॉय के आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मंडल से इस्तीफा देने के बाद अब रवीश कुमार के इस्तीफ़े की ख़बर आई है।
सत्ता के सामने तनकर खड़े रहने वाले के तौर पर पहचाने जाने वाले रवीश कुमार इस्तीफ़े के साथ ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे। स्वतंत्र रूप से पत्रकारिता करने वाले लोग और उनके समर्थक इसे पत्रकारिता के क्षेत्र के लिए गहरा धक्का बता रहे हैं तो दक्षिणपंथी उनके इस्तीफ़े पर मीम्स बनाकर उनका मज़ाक उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। पत्रकार रोहिणी सिंह ने लिखा है कि 'रवीश कुमार सिर्फ़ एक ही हो सकते हैं'।
Indian TV news will see many anchors but there will only ever be one @ravishndtv
— Rohini Singh (@rohini_sgh) November 30, 2022
एक यूज़र ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि रवीश कुमार अपनी कही बात पर ही चले।
Lived upto his word.
— Arvind Chauhan (@Arv_Ind_Chauhan) November 30, 2022
Ravish Kumar, Senior Executive Editor of NDTV India, has resignedpic.twitter.com/SRVjrX5tN0
बहरहाल, रवीश कुमार के इस्तीफ़े की पुष्टि आधिकारिक तौर पर अभी तक न तो रवीश कुमार ने की है और न ही एनडीटीवी ने। हालाँकि, मीडिया रिपोर्टों में चैनल के भीतर एक आंतरिक मेल के हवाले से उनके इस्तीफ़े की बात कही जा रही है। रिपोर्ट है कि चैनल के भीतर एक आंतरिक मेल के माध्यम से एक घोषणा में एनडीटीवी ने कहा है कि इस्तीफा तुरंत प्रभावी हो गया है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एनडीटीवी ग्रुप की प्रेसिडेंट सुपर्णा सिंह ने कहा, 'रवीश जितना लोगों को प्रभावित करने वाले कुछ ही पत्रकार हैं। यह उनके बारे में अपार प्रतिक्रिया से ही मालूम होता है; भीड़ में वह हर जगह आकर्षित करते हैं; भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें मिले प्रतिष्ठित पुरस्कारों और पहचान में; और अपनी दैनिक रिपोर्ट में जो उन लोगों के अधिकारों और ज़रूरतों की पैरवी करती है जो वंचित हैं।'
रवीश कुमार को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार मिला है। वह चैनल में 'हम लोग', रवीश की रिपोर्ट, देश की बात और प्राइम टाइम जैसे कई कार्यक्रमों की मेजबानी करते थे। उन्हें दो बार पत्रकारिता पुरस्कार में रामनाथ गोयनका सम्मान भी मिला है।
बता दें कि प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड में निदेशक के रूप में इस्तीफा दे दिया है। आरआरपीआर होल्डिंग के बोर्ड ने तत्काल प्रभाव से अपने बोर्ड में निदेशक के रूप में सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंथिल सिन्नैया चेंगलवारायण की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
यह कदम गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी समूह के एक फ़ैसले के बाद आया, जिसने 23 अगस्त को टेलीविजन चैनल एनडीटीवी लिमिटेड में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की और कहा कि यह भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड द्वारा आवश्यकतानुसार एक खुली पेशकश शुरू करेगा। इसके बाद एनडीटीवी पर अडानी समूह का कब्जा हो गया है।