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राशन घोटालाः ED के छापे पर बंगाल में बवाल, टीम पर हमला, पूर्व चेयरमैन गिरफ्तार

राशन घोटालाः ED के छापे पर बंगाल में बवाल, टीम पर हमला, पूर्व चेयरमैन गिरफ्तार

ईडी के अधिकारियों पर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में उस समय हमला हुआ जब वे शंकर आध्या और टीएमसी नेता शेख शाहजहां के घरों पर छापेमारी करने जा रहे थे। ईडी ने शनिवार 6 जनवरी को शंकर आध्या को गिरफ्तार कर लिया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में बोंगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शंकर आध्या को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले गुरुवार रात को ईडी के अधिकारियों पर उत्तरी 24 परगना जिले में उस समय हमला हुआ जब वे राशन मामले में शंकर आध्या और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के घरों पर छापेमारी करने जा रहे थे।

समाचार एजेंसियों द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में, आध्या को कथित तौर पर ईडी अधिकारियों द्वारा एक वाहन में ले जाते हुए देखा गया। एक बड़ी भीड़ ने उसे घेर रखा था। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार रात ईडी की एक टीम ने आध्या के ससुर के आवास पर छापा मारा था। वहां पर भीड़ जमा हो गई।

शेख शाहजहां उत्तर 24 परगना जिला परिषद के मत्स्य एवं पशु संसाधन अधिकारी होने के साथ-साथ संदेशखाली 1 के ब्लॉक अध्यक्ष भी हैं।

ईडी अधिकारी एक कार में थे। आरोप है कि उस वाहन पर पथराव किया गया, जिससे चार पहिया वाहन की खिड़की के शीशे टूट गए। इस घटना में ई़ी के तीन अधिकारी कथित तौर पर घायल हो गए।

ईडी ने कहा, "तीन अधिकारियों को गंभीर चोटें आई हैं क्योंकि भीड़ उन पर जानलेवा हमले के इरादे से बढ़ी थी... अन्य अधिकारियों को अपनी जान बचाने के लिए बिना तलाशी लिए घटनास्थल से भागना पड़ा क्योंकि भीड़ बहुत हिंसक हो गई थी।" हालांकि शनिवार सुबह ईडी ने अपने टारगेट चेयरमैन शंकर को गिरफ्तार कर लिया।

ईडी ने पहले ही इस मामले के सिलसिले में अक्टूबर में राज्य के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रियो मुलिक को गिरफ्तार कर लिया थाय़ ईडी ने शुक्रवार की घटना के बारे में कहा कि 800-1,000 लोगों की भीड़ ने ईडी अधिकारियों और उनके साथ आए 27 अर्धसैनिक बलों के जवानों पर लाठियों, पत्थरों और ईंटों से हमला किया, जबकि एजेंसी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। बयान में कहा गया है कि ईडी के वाहन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। ईडी का आरोप है कि शाहजहां शेख मंत्री ज्योतिप्रियो मुलिक का सहयोगी है।

ईडी टीम पर हमले की घटना के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्य सचिव बीपी गोपालिका, गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती और पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार को बुलाकर मामले पर रिपोर्ट मांगी। ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम कानूनी राय ले रहे हैं।” उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय को घटना की जानकारी दे दी गई है।

भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा रही है। दिल्ली में पत्रकारों को संबोधित करते हुए, भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “ईडी अधिकारी, जो जांच कर रहे थे, उन पर टीएमसी के गुंडों और बंगाल में घुसपैठ करने वाले रोहिंग्याओं ने हमला कर दिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नाक के नीचे पश्चिम बंगाल में जंगल राज कायम है।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने इस घटना को संविधान और देश के संघीय ढांचे पर हमला करार दिया। उन्होंने कहा, ''संदेशखली में जो कुछ हुआ, मैं उसकी निंदा करता हूं। किसी राज्य में केंद्रीय एजेंसी पर हमला करने से ज्यादा घृणित कोई मुद्दा नहीं हो सकता। यह सिर्फ एक केंद्रीय एजेंसी की टीम पर नहीं बल्कि पूरे संविधान पर हमला है।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि अगर भविष्य में राज्य में किसी अधिकारी की “हत्या” की जाती है तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा। टीएमसी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को उकसाया जिससे यह स्थिति पैदा हुई।

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