केंद्र सरकार के दफ्तरों में 22 को आधी छुट्टी घोषित, यूपी में मांस-मछली उस दिन बैन
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक के अवसर पर 22 जनवरी को केंद्र सरकार के सभी दफ्तर आधे दिन के लिए बंद रहेंगे। पीटीआई के मुताबिक मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार के दफ्तरों को आधे दिन बंद रखने का फैसला लोगों की जबरदस्त भावनाओं को देखते हुए लिया गया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आदेश दिया है कि 22 जनवरी को यूपी में मांस-मछली बेचने पर रोक रहेगी। शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश पहले ही हो चुका है।
All central government offices across India will remain closed for half day on January 22, 2024 in view of Ram Lalla Pran Pratishtha ceremony at Ayodhya. pic.twitter.com/4Scs88RHxK
— Press Trust of India (@PTI_News) January 18, 2024
केंद्र सरकार के आदेश में कहा गया है कि "अयोध्या में राम लला प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को पूरे भारत में मनाया जाएगा। कर्मचारियों को समारोह में भाग लेने में सक्षम बनाने के लिए, यह निर्णय लिया गया है कि पूरे भारत में सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालय, केंद्रीय संस्थान और केंद्रीय औद्योगिक प्रतिष्ठान आधे समय के लिए बंद रहेंगे। 22 जनवरी 2024 को सभी दफ्तर सुबह से दिन के 2.30 बजे तक बंद रहेंगे।“
अयोध्या में 22 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे, राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी क्षेत्रों के कई अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों की उपस्थिति में होगा। समारोह से संबंधित अनुष्ठान सात दिन पहले 16 जनवरी को अयोध्या मंदिर परिसर में शुरू हुआ। प्राण-प्रतिष्ठा से पहले हर दिन विशिष्ट अनुष्ठान किए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को 22 जनवरी को राज्य में मांस और मछली की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। शराब की बिक्री पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है।
कोर्ट में छुट्टी की मांगः बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर 22 जनवरी को छुट्टी देने का अनुरोध किया। चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने अपने पत्र में लिखा- ''जैसा आप जानते हैं, अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी, 2024 को होना है। यह आयोजन देश भर के लाखों लोगों के लिए अत्यधिक धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, जो एक लंबे समय से प्रतीक्षित सपने के साकार होने और देश की संरचना को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण कानूनी कार्यवाही के समापन का प्रतीक है।"