बंगाल: हावड़ा के बाद हुगली में बीजेपी की रामनवमी शोभायात्रा में हिंसा
पश्चिम बंगाल के हुगली में रविवार को फिर उस समय हिंसा हो गई जब बीजेपी रामनवमी की थीम पर शोभायात्रा निकाल रही थी। आज आगजनी और पथराव की भी सूचना मिली। शोभायात्रा में बीजेपी के उपाध्यक्ष दिलीप घोष मौजूद थे, जब हंगामा हुआ। इस हफ्ते की शुरुआत में भी बंगाल के हावड़ा में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी।
आज की शोभायात्रा का आयोजन भाजपा, विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों द्वारा किया गया था। बीजेपी का दावा है कि विधायक बिमान घोष हमले में घायल हुए हैं। हिंसा की रिपोर्टों के बाद सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने आरोप लगाया है कि हिंसा के पीछे बीजेपी है।
टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, 'हुगली में जो हुआ है, वही हावड़ा में हुआ। बीजेपी पूर्व नियोजित तरीके से दंगे भड़काने और उकसाने की कोशिश कर रही है।' इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'हम और विवरण जुटा रहे हैं। भाजपा नेता आपस में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं कि कौन अधिक दंगे भड़का सकता है -सुकांत मजूमदार या दिलीप घोष।'
बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने आज की हिंसा के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ होने का आरोप लगाया। सुकांत मजूमदार ने ट्वीट किया, 'हुगली में भाजपा की शोभायात्रा पर हमला हुआ। कारण सरल और स्पष्ट है। ममता बनर्जी हिंदुओं से नफरत करती हैं।'
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है, 'बंगाल नियंत्रण से बाहर हो रहा है। ममता बनर्जी दंगों पर काबू नहीं पा रही हैं। वह एक विशेष समुदाय की रक्षा कर रही हैं और हिंदुओं को निशाना बना रही हैं। पश्चिम बंगाल में तत्काल मदद के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह जी को लिखा है।'
Bengal is going out of control. Mamata Banerjee is unable to control the riots. She is protecting a particular community and targeting Hindus.
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) April 2, 2023
Wrote to Union Minister @AmitShah ji for immediate help in West Bengal. pic.twitter.com/pVnwh6mAaL
इधर, पुलिस ने कहा कि हुगली से करीब 40 किलोमीटर दूर हावड़ा में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। सुबह से ट्रैफिक की आवाजाही शुरू होते ही दुकानें और बाजार खुल गए।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा में गुरुवार को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। इस हिंसा के बाद लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी हिंसा हुई थी।
गुरुवार को हावड़ा में रामनवमी के जश्न के बीच दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। फिर कई वाहनों में आग लगा दी गई और पथराव किया गया था। रामनवमी की शोभायात्रा के इलाके से गुजरने के तुरंत बाद हिंसा भड़क गई। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों में देखा गया था कि कई वाहन आग की लपटों में घिरे थे। घटनास्थल से वीडियो में एक पुलिस वैन और उनके शीशे टूटे हुए कार भी देखे गए थे। क्षेत्र में दंगा नियंत्रण बल और पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे।
गृहमंत्री अमित शाह ने हावड़ा में रामनवमी के दौरान हिंसा को लेकर बंगाल के राज्यपाल, राज्य भाजपा अध्यक्ष को फोन किया और राज्य में क़ानून व्यवस्था की जानकारी ली थी।
रामनवमी पर पश्चिम बंगाल के अलावा महाराष्ट्र और गुजरात में भी ऐसी ही हिंसात्मक झड़प की ख़बरें आई हैं। गुजरात के वडोदरा शहर के फतेहपुरा इलाके में गुरुवार को कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इससे पहले बुधवार शाम को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प के दौरान एक पुलिस दल पर हमला किया गया और उनके कई वाहनों में आग लगा दी गई। हालाँकि, इन घटनाओं को छोड़कर देश में बाक़ी जगहों पर शांतिपूर्वक रामनवमी मनाई गई।
अब तो बिहार के बिहारशरीफ और सासाराम में भी सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की ख़बरें आई हैं। बिहार में हिंसा को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने जेडीयू-आरजेडी गठबंधन वाली नीतीश सरकार की तो आलोचना की ही, उन्होंने आरोप लगाया कि सासाराम और बिहारशरीफ में दंगाइयों को खुली छूट मिली हुई है। राज्य के नवादा में अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2024 में केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार और 2025 में बीजेपी के सत्ता में आने पर ऐसे दंगाइयों को उल्टा लटकाकर सीधा कर दिया जाएगा।