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बाइडन से टिकैत की अपील : कृषि क़ानूनों पर मोदी से बात करें

बाइडन से टिकैत की अपील : कृषि क़ानूनों पर मोदी से बात करें

राकेश टिकैत ने कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आन्दोलन पर जो बाइडन को अपील कर और यह मुद्दा मोदी के साथ होने वाली बैठक में उठाने की अपील कर क्या सही किया है?

किसान नेता राकेश टिकैत ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से अपील की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब उनसे मिलें तो वे विवादास्पद कृषि क़ानूनों का मुद्दा ज़रूर उठाएं।

उन्होंने एक ट्वीट किया है और उसे 'पोटस' यानी 'प्रेसीडेंट ऑफ द यूनाइटेड स्टेट्स' (@POTUS)को भी अटैच किया है। 

उन्होंने कहा है कि 'बीते 11 महीने में 700 से ज़्यादा किसानों की मौत हो चुकी है' और 'हमारी जान बचाने के लिए इन क़ानूनों को रद्द करना ज़रूरी है।' 

मोदी-बाइडन

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समय के अनुसार शुक्रवार की रात साढ़े आठ बजे जो बाइडन से दोतरफा रिश्तों पर बात करने के लिए मिलेंगे। 

शुक्रवार की रात होने वाली बैठक में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल भी मिलेंगे और द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करने पर बात होगी।

राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन से जुड़े हुए हैं और किसानों की आवाज़ बन कर उभरे हैं।

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किसान आन्दोलन को अंतरराष्ट्रीय समर्थन

याद दिला दें कि बीते साल संसद ने तीन कृषि क़ानून पारित किए थे, जिसका व्यापक विरोध हुआ था। हज़ारों किसानों ने दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश व हरियाणा के इलाक़ों में धरना प्रदर्शन किया जो आज भी जारी है।

इसके अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में कई जगहों पर किसान महापंचायतें भी हुईं। 

याद दिला दें कि इस साल की शुरुआत में दिल्ली के पास हुए प्रदर्शनों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था।

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इस आन्दोलन को पॉप गायिका रियाना, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस, स्वीडन की किशोरी पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा तनबर्ग, हॉलीवुड की अभिनेत्री एमांडा सर्न, गायक जे शॉन और दूसरे लोगों ने समर्थन किया था। 

उसके बाद भारत सरकार और उसके समर्थकों ने पलटवार किया था और ट्वीट कर इन लोगों को क़रारा जबाब दिया था। 

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