राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (आरपीएससी) का सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा 2022 का सामान्य विज्ञान का पेपर लीक हो गया है। परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और उसके बाद सरकार को आनन-फानन में परीक्षा को रद्द करना पड़ा। यह परीक्षा शनिवार सुबह 9 बजे से शुरू होनी थी।
विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने पेपर लीक होने पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है।
पेपर लीक होने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ राजस्थान में कई जगहों पर प्रदर्शन किया है।
50 लोग हिरासत में
पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बस जिसमें इस परीक्षा के अभ्यर्थी आ रहे हैं, उनके पास सामान्य ज्ञान का पेपर पहले ही आ गया है। सूचना के आधार पर पुलिस के अफसरों और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम ने जांच पड़ताल की और बस को रोककर तलाशी ली। पुलिस ने इस मामले में 50 लोगों को हिरासत में लिया है जिसमें 8 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें से 42 लोगों को बस से जबकि 8 लोगों को उदयपुर के एक प्राइवेट होटल से हिरासत में लिया गया है।
इंडिया टुडे के मुताबिक, पेपर लीक मामले के अधिकतर अभियुक्त सिरोही और जालौर जिले के रहने वाले हैं जबकि इसका मास्टरमाइंड जोधपुर का है।
राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि पेपर लीक मामले की जांच की जा रही है।
पेपर लीक होने के बाद अजमेर, कोटा, दौसा, अलवर, झुंझुनू, टोंक, डूंगरपुर सहित कई जगहों पर एबीवीपी से जुड़े छात्र मैदान में उतर आए और गहलोत सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने राजस्थान की शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान के जयपुर स्थित आवास का भी घेराव किया।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया और नागौर से लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि राजस्थान में हर रोज भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट हो रहे हैं और आज एक बार फिर पेपर आउट हो गया। उन्होंने आरपीएससी के चेयरमैन की बर्खास्तगी के साथ ही उन सभी भर्तियों की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है जिनके पेपर आउट हो चुके हैं।
सीबीआई जांच हो
बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक होने पर सवाल उठाया है और राज्य सरकार से पूछा है कि आखिर कब तक पेपर लीक होते रहेंगे। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार को इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल के कुछ लोग पेपर माफियाओं के साथ मिले हुए हैं और सरकार बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी कहा है कि राज्य में एक बार फिर पेपर लीक हो गया है।
सख्त से सख्त सजा देंगे:गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तमाम आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा है कि सरकार किसी भी युवा के साथ अन्याय नहीं होने देगी और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा है कि भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए हमारी सरकार ने सख्त कानून बनाया है।
इस साल नवंबर में राजस्थान वन रक्षक परीक्षा का पेपर लीक हो गया था और इसके बाद परीक्षा को रद्द करना पड़ा था। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी और 9 लोगों को हिरासत में लिया था। शिक्षकों के लिए राजस्थान पात्रता परीक्षा का पेपर बीते साल 26 सितंबर को होना था लेकिन उस से 2 दिन पहले ही यह पेपर लीक हो गया था।
याद दिलाना होगा कि कुछ महीने पहले उत्तराखंड में भी कई परीक्षाओं के पेपर लीक हुए थे और तब इसे लेकर अच्छा खासा हंगामा हुआ था।