राज्यसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान बीजेपी ने भी अपने विधायकों को सुरक्षित करना शुरू कर दिया है। पार्टी के सभी विधायकों से राज्य कार्यालय में पहुंचने को कहा गया है जहां से उन्हें राजस्थान से बाहर किसी रिजॉर्ट में ले जाया जाएगा। 10 जून यानी मतदान की तिथि तक सभी विधायक रिजॉर्ट में ही रहेंगे।
इससे पहले कांग्रेस ने अपने हरियाणा और राजस्थान के विधायकों को रिजॉर्ट में रखा है। राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए चुनाव होना है।
हालांकि बीजेपी ने कहा है कि वह अपने विधायकों को ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए रिजॉर्ट में ले जा रही है। लेकिन उसे भी अपने विधायकों में सेंध लगने का डर है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बीजेपी महासचिव अरुण सिंह राज्यसभा चुनाव में पार्टी के विधायकों पर नजर रखने के लिए जयपुर में कैंप कर रहे हैं।
सुभाष चंद्रा ने रोमांचक बनाया मुकाबला
राजस्थान में 4 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी चुनाव लड़ रहे हैं जबकि बीजेपी की ओर से घनश्याम तिवारी और बीजेपी समर्थित सुभाष चंद्रा चुनाव मैदान में हैं।
बीजेपी ने सुभाष चंद्रा को समर्थन देकर मुकाबले को रोमांचक बना दिया है।
41 वोटों की जरूरत
200 सीटों वाली राजस्थान की विधानसभा में कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं जबकि बीजेपी के पास 71 विधायक हैं। राज्यसभा के 1 उम्मीदवार को जिताने के लिए 41 वोटों की जरूरत है।
विधायकों के आंकड़ों के लिहाज से कांग्रेस राजस्थान में राज्यसभा की 2 सीटें आसानी से जीत सकती है जबकि तीसरी सीट जीतने के लिए उसे 15 और विधायकों की जरूरत होगी। दूसरी ओर बीजेपी एक उम्मीदवार को जिता सकती है और दूसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए उसे 11 वोटों की जरूरत होगी।
राजस्थान में 13 निर्दलीय विधायक हैं और 8 विधायक छोटी पार्टियों के हैं। कांग्रेस के पास 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है।
छोटी पार्टियों में भारतीय ट्राइबल पार्टी के पास दो, सीपीआईएम के पास दो, आरएलडी के पास एक और आरएलपी के पास 3 विधायक हैं। निश्चित रूप से निर्दलीय और छोटी पार्टियों के विधायकों पर सभी की नजर है क्योंकि वह चुनाव में बड़ा खेल कर सकते हैं। भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायकों का रूख भी अभी साफ नहीं है।
बीएसपी ने फंसाया पेच
बीएसपी की ओर से कुछ दिन पहले राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को एक पत्र लिखकर कहा गया है कि कांग्रेस में शामिल हुए बीएसपी के 6 विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोटिंग करने से रोक दिया जाए। क्योंकि कांग्रेस में उनके शामिल होने का मामला अभी तक सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।