महाराष्ट्र में अजान और हनुमान चालीसा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इन सबके बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने मसजिदों को लेकर एक बहुत बड़ा बयान दिया है। राज ठाकरे ने कुछ दिन पहले ही मसजिदों से लाउडस्पीकर हटाने का जो बयान दिया था उसको लेकर महाराष्ट्र में तनातनी का माहौल बना हुआ है। राज ठाकरे ने हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में दिए गए भाषण में कहा कि ‘देशभर के सभी हिंदुओं से मेरी विनती है कि वे तैयारी में रहें। अगर 3 मई तक मसजिदों पर जो लाउडस्पीकर लगे हैं वे नहीं हटते हैं तो फिर जैसे को तैसा जवाब देने की शुरुआत होनी चाहिए।’ राज ठाकरे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने लाउडस्पीकर को लेकर जो नियम बनाए हैं उन नियमों का हर हाल में पालन होना चाहिए।
अयोध्या जाने की तैयारी में राज ठाकरे
पुणे में राज ठाकरे ने कहा कि 1 मई यानी महाराष्ट्र दिवस के मौक़े पर वह औरंगाबाद में एक बड़ी रैली करने वाले हैं। इसके बाद 5 जून को वह अयोध्या के दौरे पर जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे। राज ठाकरे ने कहा कि इसके बाद महाराष्ट्र के अलग-अलग ज़िलों में हनुमान चालीसा को लेकर अलग-अलग कार्यक्रम किए जाएंगे।
क्या कहा था राज ठाकरे ने
पिछले दिनों राज ठाकरे ने मसजिद पर लगे लाउडस्पीकर को हटाने का अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि 3 मई तक सरकार इन मसजिदों पर लगे लाउडस्पीकर को हटा ले नहीं तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ता मसजिदों के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ लाउडस्पीकर के ज़रिए करेंगे। राज ठाकरे ने सवाल उठाते हुए कहा कि ‘नमाज के लिए रास्ते और फुटपाथ क्यों चाहिए? घर पर ही नमाज पढ़िए। प्रार्थना आपकी है, हमें क्यों सुना रहे हो? अगर इन्हें हमारी बात समझ नहीं आती तो आपकी मसजिद के सामने हनुमान चालीसा बजाएंगे।’
राज्य सरकार को अल्टीमेटम देते हुए राज ठाकरे ने कहा कि ‘हम इस मुद्दे से पीछे हटने वाले नहीं हैं। आपको जो करना है करिए। ऐसा कौन सा धर्म है जो दूसरे धर्म को तकलीफ देता है। हम महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्रालय से कहना चाहते हैं कि हमें दंगे नहीं चाहिए। 3 मई तक सभी लाउडस्पीकर मसजिद से हट जाने चाहिए।’
राज ठाकरे ने फिर उठाए सवाल
राज ठाकरे ने रविवार को फिर से मसजिदों में लाउडस्पीकर पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘राजनीतिक रैली के लिए लाउडस्पीकर लगाना है तो पुलिस की इजाज़त लेनी पड़ती है लेकिन मसजिदों में दिन में 5 बार नमाज लाउडस्पीकर पर बोली जाती है तो इसके लिए कुछ नियम क़ानून है कि नहीं। इनको कौन इजाज़त देता है हर रोज़। आज तक सब लोग ये बातें बर्दाश्त करते आए हैं, लेकिन अब बहुत हो चुका है।’ राज ठाकरे ने कहा कि मुसलिम समाज को खासतौर पर समझ जाना चाहिए कि यह कोई धार्मिक मामला नहीं है, यह सामाजिक मामला है और हमें इस पर अब फ़ैसला लेने की ज़रूरत है।
राज ठाकरे के अयोध्या जाने के ऐलान के बाद अब शिवसेना ने भी राम मंदिर का राग छेड़ दिया है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने भी मई के पहले सप्ताह में अयोध्या जाने का ऐलान किया है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि वह बहुत जल्द अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के लिए जाएंगे।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में मुंबई समेत कई महानगर पालिकाओं के चुनाव होने वाले हैं जिसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी लगातार शिवसेना पर हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर हमलावर है, ऐसे में राज ठाकरे ने शिवसेना को हिंदुत्व पर घिरता देख अब हिंदुत्व को बड़े पैमाने पर उठाने का फ़ैसला किया है। हालाँकि शिवसेना ने राज ठाकरे पर आरोप लगाया है कि बोल भले ही राज ठाकरे के हों लेकिन उसके पीछे बीजेपी का हाथ है।
गृहमंत्री की राज ठाकरे को चेतावनी
उधर महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने राज ठाकरे को चेतावनी देते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में इस समय क़ानून-व्यवस्था का राज चल रहा है, ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति क़ानून-व्यवस्था में व्यवधान डालता है तो फिर महाराष्ट्र सरकार उसको अपने तरीक़े से निपटेगी। मतलब साफ़ है कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह क़ानून-व्यवस्था को किसी को भी अपने हाथ में नहीं लेने देंगे। फिलहाल महाराष्ट्र में अजान बनाम हनुमान चालीसा का विवाद थमता हुआ नहीं दिख रहा है।