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राहुल ने फिर किया हमला, कहा, गलवान सैटेलाइट तसवीरें मोदी के दावे के उलट

राहुल ने फिर किया हमला, कहा, गलवान सैटेलाइट तसवीरें मोदी के दावे के उलट

कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की मौजूदगी के मुद्दे पर एक बार फिर प्रधानमंत्री पर ज़ोरदार हमला किया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की मौजूदगी के मुद्दे पर एक बार फिर प्रधानमंत्री पर ज़ोरदार हमला किया है। उन्होंने गलवान सैटेलाइट तसवीरों के आधार पर कहा है कि चीन ने पैंगोंग झील के पास के भारतीय इलाक़े पर कब्जा कर लिया है। 

कांग्रेस सांसद का यह ताज़ा हमला 'जापान टाइम्स' में छपे उनके लेख के एक दिन बाद ही आया है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री को 'सरेंडर मोदी' कहा था। उन्होंने इस लेख में 'चीन के तुष्टीकरण' का आरोप लगाया था। 

सैटेलाइट तसवीर झूठ न बोले!

राहुल गाँधी ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि गलवान सैटेलाइट तसवीरों से साफ़ पता चलता है कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने जो कहा था, सच उसके उलट है। कांग्रेस सांसद ने कहा, 

'प्रधानमंत्री ने कहा है कि न तो कोई देश में घुसा है और न ही किसी ने किसी इलाक़े पर कब्जा किया है। लेकिन सैटेलाइट तसवीर दिखाते हैं कि चीन ने पैंगोंग झील के किनारे के इलाक़े पर कब्जा कर लिया है।'


राहुल गाँधी, सांसद, कांग्रेस

क्या कहा था प्रधानमंत्री ने

याद दिला दें कि गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘किसी ने भी हमारी सीमा में न तो प्रवेश किया है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी के कब्जे में है। लद्दाख में हमारे 20 जवान शहीद हुए हैं लेकिन भारत मां की ओर आंख उठाने वालों को उन्होंने सबक सिखाया है। उनका ये बलिदान हमेशा हर भारतीय के मन में अमिट रहेगा।’ 

इस बयान पर कि भारत की सीमाओं में कोई घुसपैठ नहीं हुई है, राहुल गांधी ने तीख़ा हमला बोला और दो सवाल पूछे हैं। राहुल ने पहला सवाल पूछा है कि अगर धरती चीन की थी तो हमारे सैनिक क्यों मारे गए और दूसरा सवाल यह कि वे कहां मारे गए। राहुल गलवान घाटी में सैनिकों की शहादत को लेकर लगातार ट्वीट कर रहे हैं। 

तीन बातें साफ़

राहुल ने ट्वीट कर कहा था, ‘अब तीन बातें पूरी तरह साफ हो चुकी हैं। पहली यह कि गलवान घाटी में चीन का हमला पूरी तरह पूर्व नियोजित था। दूसरी, भारत सरकार गहरी नींद में सो रही थी और उसने इस समस्या को मानने से इनकार कर दिया और तीसरी यह कि इसकी क़ीमत हमारे शहीद जवानों को चुकानी पड़ी।’ 

विपक्ष के हमलावर होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने इस पर सफ़ाई दी है। पीएमओ ने कहा है कि प्रधानमंत्री के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। प्रधानमंत्री की ओर से यह बयान शुक्रवार को गलवान मामले में चीन विवाद पर सर्वदलीय बैठक में दिया गया था। 

पीएमओ ने शनिवार को जारी बयान में कहा है कि भारतीय सैनिकों ने 15 जून को लद्दाख में चीनी पक्ष की घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया है। पीएमओ ने कहा है कि इम मामले में अनावश्यक विवाद पैदा करके जवानों के मनोबल को गिराने की कोशिश की जा रही है। 

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