चीनी सेना की घुसपैठ के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का सरकार पर हमला जारी है। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार को एक बार फिर कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि 'सरकार की कायराना हरक़तों के कारण देश को भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी।'
कांग्रेस नेता ने सरकार पर चोट करते हुए कहा कि 'चीन ने हमारी ज़मीन ले ली है, पर भारत सरकार चैंबरलेन की तरह व्यवहार कर रही है, इससे चीन का मनोबल और बढ़ेगा। सरकार की कायराना हरक़तों की भारत को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।'
उन्होंने इसके साथ ही लद्दाख में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सैनिकों को दिए गए भाषण का एक वीडियो क्लिप भी अटैच कर दिया।
कौन था चैंबरलेन
राहुल गांधी ने जिस चैंबरलेन का उदाहरण दिया, वह दरअसल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री नेविल चैंबरलेन थे। उन्होंने 1930 के दशक में जर्मनी के शासक एडोल्फ़ हिटलर और नात्सियों को खुश रखने की नीति अपना रखी थी। समझा जाता है कि उनकी नीतियों की वजह से नात्सी जर्मनी को पैर पसारने का मौका मिला था और हिटलर पहले से अधिक मजबूत हुए थे।
समझा जाता है कि राहुल गांधी के कहने का मतलब यह है कि जिस तरह चैंबरलेन ने हिटलर को पैर फैलाने का मौका दिया था, नरेंद्र मोदी चीन को अपने पैर पसारने का मौक़ा दे रहे हैं।
राहुल के इस ट्वीट का कारण यह है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा था कि 'न तो कोई सैनिक भारत की सीमा में घुसा है न ही किसी भारतीय चौकी पर किसी ने कब्जा किया है।'
लेकिन उसके पहले रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री ने कहा था कि चीनी सेना भारतीय सीमा में अंदर तक घुस आई है और बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है।