सिखों पर टिप्पणीः भाजपाई कितने झूठे हैं, राहुल ने भाषण का वीडियो जारी किया
The BJP has been spreading lies about my remarks in America.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 21, 2024
I want to ask every Sikh brother and sister in India and abroad - is there anything wrong in what I have said? Shouldn't India be a country where every Sikh - and every Indian - can freely practice their religion… pic.twitter.com/sxNdMavR1X
नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया जो उनकी अमेरिका यात्रा के दौरान सिखों पर टिप्पणी को लेकर है। राहुल के ट्वीट के साथ पूरा वीडियो ऊपर है। आप लोग पहले उसे सुनें, तब इस रिपोर्ट को आगे पढ़ेंः
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में एक भाषण के दौरान सिख समुदाय पर अपनी हालिया टिप्पणियों की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तीखी आलोचना का जवाब दिया। भाजपा पर झूठी कहानी बनाने के लिए उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाते हुए, गांधी ने विवाद का सच बताने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शनिवार को वीडियो जारी किया।
यूएस यात्रा के दौरान अपने 10 सितंबर के संबोधन की एक क्लिप साझा करते हुए, गांधी ने लिखा: "भाजपा अमेरिका में मेरी टिप्पणियों के बारे में झूठ फैला रही है। मैं भारत और विदेश में हर सिख भाई और बहन से पूछना चाहता हूं- क्या मैंने जो कहा है उसमें कुछ गलत है? क्या ऐसा होना चाहिए? क्या भारत ऐसा देश नहीं बनेगा जहां हर सिख और हर भारतीय बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से अपने धर्म का पालन कर सके?"
कांग्रेस नेता ने अमेरिका में की गई अपनी टिप्पणियों पर कहा कि सत्तारूढ़ दल उन्हें चुप कराने का प्रयास कर रहा है क्योंकि भाजपाई सच्चाई का सामना करने से बचने के लिए "भाग रहे" हैं।
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हमेशा की तरह, भाजपा झूठ का सहारा ले रही है। वे मुझे चुप कराने के लिए बेताब हैं क्योंकि वे सच्चाई को बर्दाश्त नहीं कर सकते। लेकिन मैं हमेशा उन मूल्यों के लिए बोलूंगा जो भारत को परिभाषित करते हैं: विविधता में हमारी एकता, समानता और प्रेम।" .
-राहुल गांधी, नेता विपक्ष, 21 सितंबर 2024 सोर्सः राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल से
वाशिंगटन डी.सी. के उपनगर वर्जीनिया के हेरंडन में भारतीय अमेरिकियों की एक सभा को अपने संबोधन के दौरान गांधी ने भारत में अल्पसंख्यक समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों पर बात की। उन्होंने भाजपा की वैचारिक रीढ़ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भारत के एक ऐसे नजरिये को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जहां कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को नीचा माना जाता है।
राहुल गांधी उस वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं, "यह लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है, यह बनावटी है। लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या उसे (एक सिख व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए) भारत में अपनी पगड़ी, अपना कड़ा पहनने और गुरुद्वारे में जाने की अनुमति मिलेगी।" वीडियो सबसे ऊपर है।
राहुल गांधी फिर उस वीडियो में आगे कहते हैं- “और यह सिर्फ उसके (सिख) लिए नहीं, सभी धर्मों के लिए है। आरएसएस मूल रूप से जो कह रहा है वह यह है कि 'कुछ राज्य अन्य राज्यों से हीन हैं, कुछ भाषाएँ अन्य भाषाओं से हीन हैं, कुछ समुदाय अन्य समुदायों से हीन हैं।' राहुल ने उसी वीडियो में यूएस में कहा- "हमारा मानना है कि चाहे आप पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से हों - आप सभी का अपना इतिहास, परंपराएं, भाषा है और हर एक उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि अन्य... लड़ाई इस बात को लेकर है कि हम जिस प्रकार का भारत बनाने जा रहे हैं।”
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राहुल गांधी इस पूरे वीडियो से साफ हो गया कि भाजपा और आरएसएस ने राहुल के वीडियो के एक हिस्से को शरारतपूर्ण ढंग से सोशल मीडिया पर फैलाया। जिससे सिख समुदाय में गलतफहमी फैली। फिर भाजपा ने सिख समुदाय के अपने नेताओं को इसी लाइन पर बोलने के लिए दबाव डाला।
इस मुद्दे पर पहला बयान केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से दिलवाया गया ताकि बाकी भाजपाई सिखों को आतंकवादी नंबर 1 और दादी जैसा हाल करने वाला विवादित बयान देने में आसानी रहे। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गांधी की भाजपा आईटी सेल द्वारा संपादित टिप्पणी को "भयावह" बताया और आरोप लगाया कि वह भारत में सिखों के बारे में झूठ फैला रहे हैं। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पुरी ने सुझाव दिया कि गांधी सिख प्रवासी लोगों की भावनाओं के साथ छेड़छाड़ कर रहे है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विवादित मामलों में कम ही कूदते हैं। लेकिन वे भी कूद पड़े। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निराशा व्यक्त की कि विपक्ष के नेता ग्लोबल मंच पर भारत की छवि खराब कर रहे हैं। सिंह ने कहा, "यह बेहद शर्मनाक है कि विपक्ष के नेता अपने विदेश दौरे के दौरान भ्रामक, निराधार और तथ्यहीन बातें कहकर भारत की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं।" उन्होंने गांधी के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि भारत में सिखों को अपने धर्म का पालन करने से रोका जा रहा है।
सिंह ने कहा, "सिख समुदाय को न केवल अनुमति दी जाती है, बल्कि उनकी धार्मिक प्रथाओं के लिए उनका सम्मान भी किया जाता है। पूरा देश हमारी संस्कृति की रक्षा में सिखों द्वारा निभाई गई महान भूमिका को पहचानता है और उसका सम्मान करता है।"
हरदीप पुरी और राजनाथ के बयानों के बाद भाजपा आईटी सेल ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार शुरू कर दिया। भाजपाई सिखों ने बयान दिया। पूर्व विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान कहा कि राहुल गांधी तेरा भी हाल तेरी दादी जैसा होगा। केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को आतंकवादी नंबर 1 बता डाला। ये दोनों सिख नेता पहले कांग्रेस में थे लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में चले गए।
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सवाल यही है कि पूरा वीडियो सामने आने के बाद भाजपा नेता राहुल गांधी से माफी मांगेंगे। क्योंकि इस वीडियो ने भाजपाई झूठ का पर्दाफाश कर दिया है।
भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बोंडे इन नेताओं से भी आगे बढ़ गए और उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की तो जीभ जला देना चाहिए। अनिल बोंडे ने यह बयान शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ के बयान को आगे बढ़ाते हुए दिया था। विधायक गायवाड़ ने बयान दिया था कि राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को वो 11 लाख रुपये देंगे।
भाजपा नेताओं की हरकतों और विवादित बयानों को रोकने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखा। उस पत्र का जवाब मोदी ने नहीं दिया और जवाब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिलवाया गया। नड्डा ने खड़गे को लिखे पत्र में राहुल गांधी के लिए ओछी भाषा का इस्तेमाल किया और बचाव में कहा कि कांग्रेस भी पीएम मोदी के खिलाफ बयान देते रहे हैं।