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राहुल गांधी सोमवार को मणिपुर जाएंगे, जहां मोदी अब तक नहीं जा पाए

राहुल गांधी सोमवार को मणिपुर जाएंगे, जहां मोदी अब तक नहीं जा पाए

जातीय हिंसा का शिकार मणिपुर केंद्र सरकार के दखल का इंतजार कर रहा है। लेकिन वहां दखल तो दूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर अभी तक नहीं गए। दूसरी तरफ नेता विपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी पहली बार मणिपुर जा रहे हैं। इससे पहले वो बतौर कांग्रेस नेता मणिपुर गए थे। लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। भाजपा शासित मणिपुर इस समय भाजपा की अंदरुनी राजनीति से भी जूझ रहा है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार को मणिपुर का दौरा करेंगे और राज्य के विभिन्न जिलों में हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. मेघचंद्र ने कहा कि गांधी दिल्ली से सिलचर जाएंगे और वहां से जिरीबाम जिले जाएंगे जहां 6 जून को ताजा हिंसा हुई थी।

मेघचंद्र ने कहा, "गांधी जिले में कुछ राहत शिविरों का दौरा करेंगे। फिर वह सिलचर हवाईअड्डे लौटेंगे और वहां से इम्फाल के लिए उड़ान भरेंगे।" उन्होंने कहा, "इंफाल में उतरने के बाद वह चुराचांदपुर जिले जाएंगे जहां वह राहत शिविरों में रहने वाले लोगों से बातचीत करेंगे।"

चुराचांदपुर से, राहुल गांधी सड़क मार्ग से बिष्णुपुर जिले के मोइरांग पहुंचेंगे और कुछ राहत शिविरों का दौरा करेंगे। इसके बाद वह इंफाल लौटेंगे जहां राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर सकते हैं। मेघचंद्र ने कहा, "फिर राहुल दिल्ली लौट जाएंगे।"

लोकसभा चुनाव के बाद यह राहुल गांधी की राज्य की पहली यात्रा है, जिसमें कांग्रेस ने जातीय हिंसा प्रभावित राज्य में दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की है। कांग्रेस विधायक दल के नेता ओ इबोबी सिंह ने कहा, "गांधी ने पिछले साल 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से दो बार राज्य का दौरा किया। उन्होंने लोगों के दर्द और दुख के बारे में जानने के लिए राहत शिविरों का दौरा किया है।"

नेता विपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की सक्रियता से मोदी सरकार परेशान है। मणिपुर से पहले राहुल ने हाथरस का दौरा किया, जहां एक सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोग मारे गए। राहुल ने हाथरस जाकर तमाम सवाल उठाए और यूपी सरकार से आग्रह किया कि वो मारे गए परिवार के लोगों को अधिकतम मुआवजा दे। अभी जो मुआवजा राशि देने की घोषणा की गई है, वो बहुत कम हैं। मारे गए अधिकांश लोग दलित थे और गरीब परिवारों से थे।

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