अयोग्यता के बाद राहुल गांधी ने खाली किया सरकारी बंगला
कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को अपना बंगला खाली कर दिया है। राहुल 12, तुगलक लेन वाले सरकारी बंगले में साल 2005 से रह रहे थे। बंगले से उनका सामान पहले ही हटाया जाने लगा था। अपनी बंगला खाली करने के बाद राहुल अपनी मां सोनिया गांधी के साथ उनके सरकारी बंगले में शिफ्ट हो गये हैं।
मैंने सच बोलने की कीमत चुकाई है। मैं सच के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।
— Congress (@INCIndia) April 22, 2023
यह घर मुझे हिंदुस्तान की जनता ने दिया था। मैं उनका धन्यवाद करता हूं।
- @RahulGandhi जी pic.twitter.com/tRnqbLItzU
शनिवार की दोपहर एक ट्रक को उनके घर से बाहर जाते देखा गया, जिसमें राहुल का सामान लदा हुआ था। बंगला खाली करने की आज आखिरी तारीख थी। बंगला खाली करते हुए राहुल ने कहा, 'मैंने सच बोलने की कीमत चुकाई है। मैं सच के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार हूं। यह घर मुझे हिंदुस्तान की जनता ने दिया था। मैं उनका धन्यवाद करता हूं'।
भाजपा सांसद सीआर पाटिल की अध्यक्षता वाली लोकसभा आवास समिति ने उन्हें एक पत्र भेजकर 22 अप्रैल तक 12 तुगलक लेन स्थित बंगला खाली करने को कहा था। कांग्रेस नेताओं ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया था। सदस्यता रद्द किये जाने के बाद राहुल गांधी को बंगला खाली करने के लिए एक महीने का समय दिया गया था।
मानहानि के एक मामले में सूरत की एक अदालत द्वारा राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाये जाने के बाद से उनकी संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
राहुल गांधी को मोदी उपनाम पर टिप्पणी के लिए पूर्णेश मोदी द्वारा दायर याचिका पर दो साल की सजा सुनाई गई थी। राहुल गांधी ने यह टिप्पणी 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कर्नाटक के कोलार में की थी।
राहुल गांधी ने अपनी सजा के खिलाफ ऊपरी अदालत में चुनौती दी हुई थी। लेकिन उनकी अपील को खारिज कर दिया गया है। अपील खारिज किये जाने के बाद राहुल अगले हफ्ते हाईकोर्ट में अपील दायर करेंगे।