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हाथ में संविधान लेकर राहुल, अखिलेश ने ली सांसद के रूप में शपथ

हाथ में संविधान लेकर राहुल, अखिलेश ने ली सांसद के रूप में शपथ

विपक्षी इंडिया गठबंधन ने संविधान को लेकर जो नैरेटिव चलाया है उसका असर मंगलवार को संसद में भी दिखा। जानिए, विपक्षी नेताओं ने शपथ ग्रहण के दौरान क्या किया।

राहुल गांधी मंलगवार को संसद में फिर से हाथ में संविधान लिए दिखे। उन्होंने हाथ में संविधान की प्रति लिए हुए रायबरेली के सांसद के रूप में शपथ ली। उनके साथ ही समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी हाथ में संविधान की किताब लिए शपथ ली।

जब राहुल गांधी शपथ ले रहे थे तब उनकी पार्टी के लोग और समर्थक सांसद भारत जोड़ो के नारे लगा रहे थे। शपथ लेते हुए राहुल ने कहा, 'मैं, राहुल गांधी, लोकसभा का सदस्य चुने जाने के बाद, यह सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञा करता हूँ कि मैं कानून द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा रखूंगा, मैं भारत की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखूंगा और मैं जिस कर्तव्य को ग्रहण करने वाला हूं, उसका ईमानदारी से निर्वहन करूंगा। जय हिंद, जय संविधान।'

राहुल गांधी दो सीटों - वायनाड और रायबरेली से निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने वायनाड सीट खाली की है, जिस पर अब उनकी बहन और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी।

पिछले कुछ समय से राहुल गांधी संविधान की प्रति को लेकर बीजेपी और पीएम मोदी पर हमलावर हैं। प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को लोकसभा में जब सांसद के रूप में शपथ ले रहे थे तो राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी सांसद हाथों में संविधान की कॉपी लहरा रहे थे। 

संसद से बाहर निकले राहुल गांधी से जब पत्रकारों ने इस बारे में पूछा तो उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संविधान पर हमला कर रहे हैं। राहुल ने कहा कि यह विपक्ष के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि हम ऐसा नहीं होने देंगे, इसलिए हमने शपथ लेते समय संविधान को हाथ में लिया। उन्होंने कहा कि कोई भी शक्ति संविधान को नहीं छू सकती।

सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब 1975 में लगाए गए आपातकाल को याद किया था तो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए सवाल उठाया कि मोदी लगातार आपातकाल का जिक्र कर कब तक शासन करने का इरादा रखते हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मोदी से कहा- मोदी जी, आप विपक्ष को नसीहत दे रहे हैं। 50 साल पुरानी इमरजेंसी की याद दिला रहे हैं, पिछले 10 साल की अघोषित इमरजेंसी को भूल गए जिसका जनता ने अंत कर दिया। लोगों ने मोदी जी के ख़िलाफ़ जनमत दिया है। इसके बावजूद अगर वो प्रधानमंत्री बन गए हैं तो उन्हें काम करना चाहिए।

भाजपा ने मंगलवार को मुख्य विपक्षी दल पर चौतरफा हमला किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के शीर्ष मंत्रियों ने इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट डाले। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया, 'आज उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। आपातकाल हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और भारत के संविधान को रौंद दिया, जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है। केवल सत्ता पर काबिज रहने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत की अवहेलना की और देश को जेल में बदल दिया।'

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