उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनाव अभियान को तेज करने के लिए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को राज्य के दौरे पर पहुंचे। राहुल ने उत्तराखंडी किसान स्वाभिमान संवाद नाम से आयोजित कार्यक्रम में किसानों को संबोधित किया। राहुल ने कहा कि किसान आंदोलन ने सत्ताधारी अहंकारियों के अहंकार को चूर कर दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि किसान 1 साल तक ठंड में और कोरोना के संकट के दौरान सड़क पर खड़े थे लेकिन प्रधानमंत्री ने उनसे बात नहीं की। राहुल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के वक्त हिंदुस्तान में प्रधानमंत्री था लेकिन आज के हिंदुस्तान में राजा है।
कांग्रेस ने कहा है कि किसानों पर जो भी झूठे मुकदमे दायर किए गए हैं, राज्य में कांग्रेस की सरकार बनते ही उन सभी मुकदमों को वापस लिया जाएगा। कांग्रेस ने कहा कि उत्तराखंड के किसानों के चेहरे पर खुशहाली लाने के लिए कांग्रेस कई योजनाएं ला रही है।
राहुल गांधी किसान आंदोलन के दौरान खासे प्रभावित रहे उत्तराखंड के तराई वाले इलाके में पहुंचे थे। इस इलाके में विधानसभा की 9 सीटें हैं और कांग्रेस को उम्मीद है कि किसान आंदोलन के दौरान केंद्र व राज्य सरकार से नाराज अन्नदाता इस बार बीजेपी को वोट नहीं देंगे। किसान आंदोलन के दौरान कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर और प्रदेश में भी काफी सक्रिय रही थी।
किसानों ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने की अपील की है। इसका कुछ असर इस इलाके में भी हो सकता है। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विपक्ष के नेता प्रीतम सिंह सहित कई किसान नेता भी मौजूद रहे।
कुछ दिन पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तराखंड कांग्रेस का घोषणापत्र जारी किया था।
चार धाम चार काम का नारा
कांग्रेस ने उत्तराखंडी स्वाभिमान चार धाम चार काम का नारा दिया है। इसके तहत 4 लाख युवाओं को रोजगार देने, हर गांव-हर द्वार तक स्वास्थ्य सुविधायें पहुंचाने, 5 लाख परिवारों को सालाना 40 हज़ार देने और गैस सिलेंडर के दाम 500 रुपये के पार नहीं होने देने का वादा किया है।
उत्तराखंड में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच जबरदस्त टक्कर है। कांग्रेस हरीश रावत की अगुवाई में चुनाव लड़ रही है और कुछ चुनावी सर्वे इस बात को बताते हैं कि राज्य में सरकार बनाने के लिए बीजेपी और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला है।