राहुल गांधीः कांग्रेस ने अपील खारिज करने को दुर्भाग्यपूर्ण कहा, बड़ी अदालत जाएंगे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मामले में कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट भी जा सकती है। हालांकि मशहूर वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने आज गुरुवार को अपनी मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि हमे उम्मीद है कि सूरत कोर्ट के त्रुटिपूर्ण फैसले को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ठीक कर देंगे। हमारे पास तमाम विकल्प हैं, हम जल्द ही बड़ी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। आप लोग तारीख का अंदाजा मत लगाइए। सूरत सेशन कोर्ट ने आज राहुल गांधी की उस अपील को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने सजा को निलंबित करने की मांग की थी। सूरत की मजिस्ट्रेट कोर्ट ने मोदी उपनाम मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई है।
सूरत की सेशंस कोर्ट द्वारा राहुल गांधी जी से जुड़े मामले में आज दिए गए फैसले के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं @DrAMSinghvi जी- pic.twitter.com/FyGKU6BTpz
— Congress (@INCIndia) April 20, 2023
कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि वह गुजरात की एक अदालत द्वारा 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में अपनी सजा पर रोक लगाने के राहुल गांधी के आवेदन को खारिज करने के बाद कानून के तहत उपलब्ध सभी विकल्पों का लाभ उठाना जारी रखेगी। कांग्रेस नेता डॉ अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि फैसला "दुर्भाग्यपूर्ण" है। एक गलत फैसले की पुष्टि की गई है, हम अपने विकल्पों का उपयोग करेंगे। सिंघवी ने टिप्पणी की, हमें यकीन है कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट इन दो निर्णयों में पाई गई कानूनी त्रुटियों को ठीक कर देंगे।
उन्होंने कहा कि पूरा भारत बीजेपी को अपने संकीर्ण और सस्ते राजनीतिक लाभ के लिए ओबीसी समुदाय का दुरुपयोग करने के रूप में देखता है। राहुल गांधी की आवाज को बीजेपी के सोचने के तरीके से चुप नहीं किया जा सकता है ... उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ लाखों ट्रोल किए हैं। सिंघवी ने कहा, राहुल गांधी ने इस मामले में दूर-दूर तक मानहानि वाली कोई बात नहीं की है, वह लोगों के लिए बोलते रहेंगे।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आज एक ट्वीट में कहा कि हम कानून के तहत अभी भी उपलब्ध सभी विकल्पों का लाभ उठाना जारी रखेंगे।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आर पी मोगेरा की अदालत ने आज निचली अदालत के आदेश के खिलाफ उनकी अपील लंबित रहने तक राहत के लिए कांग्रेस नेता के आवेदन को खारिज कर दिया, जिसमें मामले में उन्हें दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।
वायनाड के पूर्व सांसद ने निचली अदालत के आदेश के खिलाफ अपील के लिए 3 अप्रैल को सत्र अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
सत्र न्यायालय द्वारा सजा पर रोक संसद सदस्य के रूप में उनकी बहाली का रास्ता खोल सकती थी। राहुल गांधी ने अपील के लिए सत्र अदालत का दरवाजा खटखटाया था, जब निचली अदालत ने उन्हें उनकी टिप्पणी, "सभी चोरों का उपनाम मोदी ही क्यों होता है?