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पांच राज्यों के चुनाव से पहले निजी यात्रा पर विदेश गए राहुल गांधी 

पांच राज्यों के चुनाव से पहले निजी यात्रा पर विदेश गए राहुल गांधी 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर विदेश चले गए हैं। राहुल बुधवार को विदेश यात्रा के लिए निकले हैं और कांग्रेस ने इसे उनकी निजी यात्रा बताया है। 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर विदेश चले गए हैं। राहुल बुधवार को विदेश यात्रा के लिए निकले हैं और कांग्रेस ने इसे उनकी निजी यात्रा बताया है। 

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एएनआई से कहा कि राहुल गांधी एक छोटी सी निजी यात्रा पर गए हैं। बीजेपी और उसके मीडिया के दोस्तों को बेवजह की अफवाह नहीं फैलानी चाहिए। हालांकि पार्टी ने यह नहीं बताया है कि राहुल गांधी कहां गए हैं और वह कब तक लौटेंगे। लेकिन यह कहा जा रहा है कि राहुल गांधी इटली गए हैं। 

बता दें कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी माहौल तैयार हो चुका है। इन चुनावी राज्यों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब शामिल हैं। 

राहुल गांधी को 3 जनवरी को पंजाब के मोगा में चुनावी रैली को संबोधित करना है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अब इस रैली को रद्द कर दिया जाएगा। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 जनवरी को पंजाब में रैली करने जा रहे हैं। 

राहुल गांधी ने बीते दिनों में गोवा और उत्तराखंड में पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। इसके अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी भी गए थे और वहां रोड शो किया था। पांच चुनावी राज्यों में से पंजाब एक ऐसा राज्य है जहां पर कांग्रेस की सरकार है जबकि बाकी राज्यों में कांग्रेस सत्ता में वापस आने की लड़ाई लड़ रही है। 

राहुल गांधी के विदेश जाने को लेकर पहले भी मीडिया में तमाम तरह की बातें होती रही हैं और राजनीतिक विश्लेषक भी इसे लेकर सवाल उठाते रहे हैं। राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से सांसद हैं।

लगातार दो लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हार चुकी कांग्रेस के लिए पांच राज्यों के चुनाव एक बड़ी चुनौती की तरह मुंह के सामने खड़े हैं हालांकि बीते कुछ महीनों में कृषि क़ानूनों से लेकर पेगासस जासूसी मामला, महंगाई, बेरोजगारी और जनता से जुड़े बाकी मुद्दों को कांग्रेस ने जोर-शोर से उठाया है लेकिन फिर भी अगर कांग्रेस को केंद्र में सरकार बनानी है तो उसे राज्यों में चुनावी फतेह हासिल करनी ही होगी। 

विपक्षी दल आम आदमी पार्टी और टीएमसी भी उसके लिए कुछ राज्यों में मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। 

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