विपक्ष मज़बूती से एकजुट, 2024 के चुनाव परिणाम चौंकाएँगे: राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि 2024 के चुनाव नतीजे चौंकाने वाले होंगे। उन्होंने कहा है कि चुनावों के बाद भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए एकजुट विपक्ष में क्षमता है। वह वाशिंगटन में नेशनल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। राहुल तीन शहरों के दौरे पर अमेरिका में हैं।
राहुल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी अगले दो वर्षों में बहुत अच्छा करेगी। अंदर ही अंदर अंडरकरंट तैयार हो रहा है। मुझे लगता है कि नतीजा लोगों को आश्चर्यचकित करेगा।' कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजों की ओर इशारा करते हुए राहुल ने कहा, 'अगले तीन या चार राज्यों के चुनावों का इंतजार करें और देखें... जो होने वाला है उसका एक बेहतर संकेतक है।'
LIVE: Shri @RahulGandhi addresses the media at the National Press Club, Washington, USA. https://t.co/gf4DGUUJCL
— Congress (@INCIndia) June 1, 2023
राहुल ने भारत में विपक्ष की एकता को लेकर कहा, 'भारत में विपक्ष बहुत अच्छी तरह से एकजुट है। और मुझे लगता है कि यह अधिक से अधिक एकजुट हो रहा है। हम सभी विपक्षी दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं। मुझे लगता है काफी अच्छा काम हो रहा है।'
2024 के महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों में कई विपक्षी दल, जिनमें ज्यादातर समान विचारधारा वाले हैं, अब भाजपा सरकार का मुकाबला करने के लिए हाथ मिला रहे हैं। मौजूदा बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के लिए पटना में 12 जून को समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों का एक सम्मेलन होगा। बैठक की अध्यक्षता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर सकते हैं।
उन्होंने विपक्षी एकता को लेकर चल रही बातचीत पर कहा, 'यह एक जटिल चर्चा है क्योंकि ऐसी जगह भी हैं जहां हम अन्य विपक्षी पार्टियों के साथ भी प्रतिस्पर्धा में हैं। इसलिए, यह आवश्यकता के अनुसार थोड़ा सा देने और लेने का मामला भी है। लेकिन मुझे विश्वास है कि ऐसा होगा।'
राहुल गांधी का यह बयान तब आया है जब विपक्षी दलों की एक ऐसी बड़ी बैठक पटना में 12 जून को आयोजित होने वाली है।
माना जा रहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 12 जून को विपक्षी दलों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। नीतीश 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी दलों को एक साथ लाने के लिए बैठकें कर रहे हैं।
विपक्षी एकता के मिशन पर निकले बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से कम से कम दो बार मुलाकात कर चुके हैं। समझा जाता है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात में नीतीश विभिन्न विपक्षी नेताओं के साथ हुई बातचीत का विवरण साझा किया है।
पटना में विपक्षी दलों की बैठक करने का सुझाव तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने दिया था जब नीतीश कुमार व तेजस्वी यादव उनसे मिलने कोलकाता पहुँचे थे। नीतीश कुमार ने उन दलों को भी साथ जोड़ने की पहल की है जो कांग्रेस के साथ विपक्षी एकता में आने में असहज महसूस करते हैं। इसमें टीएमसी, आप और समाजवादी पार्टी प्रमुख हैं। इसके अलावा नीतीश एनडीए के क़रीब रहे नवीन पटनायक के बीजेडी जैसे दलों को भी साथ लाने में भूमिका निभा सकते हैं।
बहरहाल, राहुल गांधी विदेशी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साध रहे हैं। एक दिन पहले ही राहुल ने सिलिकॉन वैली में डेटा और साइबर सिक्योरिटी का मुद्दा उठाया। स्टार्टअप उद्यमियों के एक समूह के साथ बात करते हुए राहुल ने डेटा गोपनीयता के मुद्दे पर भी चर्चा की। पेगासस स्पाइवेयर के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह इससे चिंतित नहीं हैं। एक मौके पर, उन्होंने मजाक में कहा, "नमस्कार! मिस्टर मोदी मुझे लगता है कि मेरा आईफोन टैप किया जा रहा है।" इसके साथ ही उन्होंने उद्यमियों से कहा कि एक राष्ट्र के रूप में और एक व्यक्ति के रूप में भी हमें डेटा सूचना की गोपनीयता के संबंध में नियम स्थापित करने की आवश्यकता है।
इससे पहल एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा था कि "भारत ऐसे लोगों के समूह द्वारा चलाया जा रहा है जो 'पूरी तरह से आश्वस्त' है कि वे सब कुछ जानते हैं। वे भगवान के साथ बैठ सकते हैं और उन्हें तमाम चीजों के बारे में समझा सकते हैं। भारत के प्रधानमंत्री 'एक ऐसा ही नमूना' हैं।" राहुल ने कहा, 'मुझे लगता है कि अगर आप मोदीजी को भगवान के बगल में बिठाते हैं, तो मोदीजी भगवान को समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है।'