FIR के बाद गोवा के पूर्व संघ प्रमुख 'फरार'; सांप्रदायिक तनाव बढ़ा रही बीजेपी- राहुल
गोवा के रक्षक के रूप में माने जाने वाले फ्रांसिस जेवियर पर टिप्पणी कर आरएसएस के पूर्व गोवा प्रमुख सुभाष वेलिंगकर ने बड़ा विवाद पैदा कर दिया है। उनके आपत्तिजनक बयान के बाद उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है और इसके बाद से वह कथित तौर पर फरार हैं। इस बीच राहुल गांधी ने रविवार को बीजेपी और आरएसएस पर सांप्रदायिक माहौल ख़राब करने का आरोप लगाया है।
राहुल ने सत्तारूढ़ भाजपा पर गोवा में जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप मढ़ा। एक्स पर एक पोस्ट में राहुल ने कहा, 'गोवा का आकर्षण इसकी प्राकृतिक सुंदरता और इसके विविध और सामंजस्यपूर्ण लोगों की गर्मजोशी और आतिथ्य में निहित है। दुर्भाग्य से, भाजपा शासन में यह सद्भाव खतरे में है।' उन्होंने कहा, 'भाजपा जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव भड़का रही है, एक पूर्व आरएसएस नेता ईसाइयों को भड़का रहा है और संघ संगठन मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान कर रहे हैं।'
Goa’s appeal lies in its natural beauty and the warmth and hospitality of its diverse and harmonious people.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 6, 2024
Unfortunately, under BJP rule, this harmony is under attack. The BJP is deliberately stoking communal tensions, with a former RSS leader provoking Christians and Sangh…
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, 'पूरे भारत में संघ परिवार द्वारा इसी तरह की हरकतें बिना किसी रोक-टोक के जारी हैं, जिन्हें सर्वोच्च स्तर से समर्थन मिल रहा है। गोवा में भाजपा की रणनीति साफ़ है: अवैध रूप से हरित भूमि को बदलना, पर्यावरण संबंधी नियमों को दरकिनार करके पारिस्थितिकी रूप से संवेदनशील क्षेत्रों का दोहन करना, लोगों को बाँटना और गोवा की प्राकृतिक और सामाजिक विरासत पर हमला करना। भाजपा के प्रयासों को चुनौती मिलेगी। गोवा और पूरे भारत के लोग इस विभाजनकारी एजेंडे को समझते हैं और एकजुट हैं।'
विवाद तब शुरू हुआ जब वेलिंगकर ने सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों के डीएनए परीक्षण की मांग की और संत की गोवा के रक्षक के स्टेटस पर सवाल उठाया। उनकी टिप्पणी ने राज्य में ईसाई समुदाय के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। इस कारण कई शिकायतें दर्ज की गई हैं और विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
स्थानीय राजनीतिक नेताओं और नागरिकों ने रविवार को पुराने गोवा में विरोध प्रदर्शन किया और वेलिंगकर के भड़काऊ बयानों के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें आग्रह किया गया कि सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों की दस साल की प्रदर्शनी तक उन्हें निर्वासित किया जाए। यह प्रदर्शनी नवंबर 2024 से जनवरी 2025 तक आयोजित की जाएगी।
वेलिंगकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज
शुक्रवार को बिचोलिम पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 299 के तहत धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में वेलिंगकर के खिलाफ मामला दर्ज किया। द इंडियन रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा है कि वह फिलहाल फरार हैं और पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
क़ानून अपना काम करेगा: सीएम
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने लोगों से शांति की अपील की है और लोगों को भरोसा दिलाया है कि कानून अपना काम करेगा। उन्होंने दोहराया कि वेलिंगकर के लिए भी वैसी ही कार्रवाई की जाएगी जैसी फादर बोलमैक्स परेरा के मामले में की गई थी, जो कथित तौर पर भड़काऊ टिप्पणी करने के लिए पहले गिरफ्तार किए गए पादरी हैं। दक्षिण गोवा के चिकालिम स्थित सेंट फ्रांसिस जेवियर चर्च के पादरी फादर बोलमैक्स परेरा पर पिछले साल एक धर्म उपदेश के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज किया गया था।
वेलिंगकर को 2016 में संघ से निष्कासित कर दिया गया था। उन्होंने 2022 में पहली बार किए गए अपने दावे को भी दोहराया कि जेवियर को गोवा के रक्षक के रूप में नहीं कहा जाना चाहिए।
बता दें कि जेवियर एक स्पेनिश जेसुइट मिशनरी थे जो 1542 में गोवा पहुंचे थे, जब राज्य एक पुर्तगाली उपनिवेश था। 1552 में चीन के ग्वांगडोंग के पास उनकी मृत्यु हो गई। गोवा के संरक्षक संत के रूप में सम्मानित, उनके अवशेष पुराने गोवा में बेसिलिका ऑफ़ बॉम जीसस में रखे गए हैं। वेलिंगकर राज्य में जेवियर के प्रमुख स्थान को हिंदू पौराणिक कथाओं के योद्धा-ऋषि परशुराम के साथ बदलने के लिए हिंदुत्व अभियान के सबसे आगे रहे हैं।