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पुतिन ने कहा वैगनर रूसी सेना में शामिल हो, अपने घर लौटें या फिर बेलारूस चले जाए 

पुतिन ने कहा वैगनर रूसी सेना में शामिल हो, अपने घर लौटें या फिर बेलारूस चले जाए 

पुतिन ने कहा पश्चिमी देश चाहते थे कि रूसी लोग एक-दूसरे से लड़ें।

रूस में वैगनर प्राइवेट आर्मी का विद्रोह खत्म होने के 2 दिन बाद सोमवार को पहली बार राष्ट्रपति व्लादिमीर  पुतिन ने देश को संबोधित किया है। अपने संबोधन में  पुतिन ने कहा कि वैगनर ने जो किया वह देशद्रोह था। कुछ लोग रूसी जनता को आपस में लड़ाना चाहते थे, वो सफल नहीं पाएं। राष्ट्र को बांटने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने विद्रोहियों को माफ करने की बात करते हुए कहा कि विद्रोहियों की गलती माफ करने लायक नहीं है। इसके बावजूद जिन्हें अपनी गलती का एहसास है, वह या तो रूसी सेना में अनुबंध के तहत शामिल हो जाए, अपने घर लौट जाएं या फिर बेलारूस चले जाए। माना जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध में सैनिकों की आवश्यकताओं के देखते हुए  पुतिन ने वैगनर सैनिको को रूसी सेना में शामिल होने ऑफर दिया है। 

कहा,हमारा देश हर हाल में एकजुट है

उन्होंने कहा, पश्चिमी देश चाहते थे कि रूसी लोग एक-दूसरे से लड़ें। इस विद्रोह के जरिए पश्चिमी देश यूक्रेन जंग में मिल रही लगातार हार का बदला लेना चाहते थे,  लेकिन ऐसा नहीं हो सका। विद्रोह करने वाले और कीव भी चाहता था कि सैनिक एक दूसरे को मारें। कहा कि हमारा देश हर हाल में एकजुट है। राष्ट्र को एकता के लिए धन्यवाद कहा। अपने संबोधन में पुतिन ने वैगनर प्राइवेट आर्मी  को रक्तपात न करने के लिए भी धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय किए गए थे।

वैगनर ग्रुप के सैनिक सच्चे देशभक्त हैं

पुतिन ने कहा कि  वैगनर ग्रुप के सैनिक सच्चे देशभक्त हैं, जो अपने देश और नागरिकों के साथ कभी गद्दारी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने सैनिकों को अंधेरे में रखा। उन्हें अपने ही रूसी भाइयों के सामने बंदूक लेकर खड़ा कर दिया। जिनके साथ कभी वे युद्ध के मैदान में कंधे से कंधा मिलाकर लड़े थे। उन्होंने धैर्य और समर्थन के लिए रूसियों को धन्यवाद दिया। कहा कि हालात को सुलझाने के लिए मैं बेलारूस के राष्ट्रपति लुकशेंको का आभारी हूं। 

येवगेनी प्रिगोझिन ने उड़ाया रूसी सेना का मजाक 

दूसरी तरफ एक ऑडियो संदेश में वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा है कि हम सिर्फ अपनी प्राइवेट आर्मी वैगनर के विनाश को रोकना चाहते थे। रूस में तख्तापलट करने का हमारा कोई इरादा नहीं था। हमारे सैनिकों पर यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर रूसी हवाई हमला हुआ था। रूसी जनरलों ने वैगनर सैनिकों पर हवाई हमले का आदेश दिया था। हमले में हमारे कई सैनिक मारे गए थे।  हमने अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ मॉस्को मार्च किया था। हमारा मकसद अपना विरोध दर्ज कराना था। रूसी सेना पर तंज कसते हुए येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा कि रूसी सेना ने हमारा विरोध ही नहीं किया और हम 780 किलोमीटर तक मार्च कर गए। उसने अपने संदेश में रूस की रक्षा करने में विफल रहने के कारण रूसी सैनिकों का मजाक उड़ाया है। 

समझौता के बाद वैगनर आर्मी ने मॉस्को मार्च रोका था 

प्राप्त सूचना के मुताबिक बेलारूस के राष्ट्रपति लुकशेंको ने बीच बचाव कर वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन और रूसी सरकार के बीच समझौता करवाया था। इसके बाद  वैगनर आर्मी ने मॉस्को मार्च रोका था। क्रेमलिन ने भी स्वीकार किया है कि हमने प्रिगोझिन के साथ एक सौदा किया था। इसके तहत वह बेलारुस चला जाएगा और हम उसे माफ कर देंगे। एक रूसी मीडिया ने दावा किया है कि प्रिगोझिन बेलारूस की राजधानी मिन्स्क के एक होटल में रुका हुआ है। हालांकि प्रिगोझिन और पुतिन के बयानों से लगता है कि यह मामला अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। वैगनर की बगावत से पुतिन की सत्ता को पहली बार इतनी बड़ी चुनौति मिली है। रूस और पुतिन की प्रतिष्ठा को भी इससे धक्का लगा है। ऐसे में देखना होगा कि आने वाले दिनों में पुतिन क्या कदम उठाते हैं। 

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