कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के परिजनों से मिले। सिद्धू मूसेवाला की कुछ दिन पहले हत्या कर दी गई थी। राहुल गांधी से पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट सहित कई नेता सिद्धू मूसेवाला के परिजनों से मिल चुके हैं।
सिद्धू मूसेवाला ने कांग्रेस के टिकट पर मानसा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गए थे। पार्टी उन्हें संगरूर के उपचुनाव में उम्मीदवार बनाने के बारे में भी सोच रही थी।
कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सिद्धू मूसेवाला के परिजन मिले थे। सिद्धू मूसेवाला के परिजनों ने किसी केंद्रीय जांच एजेंसी से मूसेवाला की हत्या के मामले की जांच कराने की मांग की थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी सिद्धू मूसेवाला के घर पहुंचे थे और उन्होंने परिजनों के दर्द को सुना था। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है और अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मूसेवाला की हत्या के बाद से ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक लगातार पंजाब के मानसा जिले में स्थित उनके गांव मूसा पहुंच रहे हैं। मूसेवाला ने बहुत कम उम्र में ही काफी नाम और शोहरत कमा ली थी।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ
तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने कुबूल किया था कि उसके ही गैंग से जुड़े लोगों ने मूसेवाला की हत्या की है। हालांकि बिश्नोई ने कहा था कि इस हत्याकांड में उसका कोई हाथ नहीं है क्योंकि वह जेल में है। उसने दिल्ली पुलिस को बताया था कि उसे जेल में लगे टीवी से ही पता चला कि सिद्धू मूसेवाला का मर्डर हो गया है।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने अपने फर्जी एनकाउंटर की आशंका जताई थी और अदालत से उसकी सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की थी।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या से एक दिन पहले ही पंजाब सरकार ने 400 से ज्यादा लोगों की सुरक्षा वापस ले ली थी और इसे लेकर अखबारों में विज्ञापन भी दिया था। लेकिन सिद्धू की हत्या के बाद सरकार ने आदेश दिया है कि जिन लोगों की सुरक्षा वापस ली गई थी उनकी सुरक्षा 7 जून से बहाल कर दी जाएगी देखना होगा कि पंजाब पुलिस कब तक सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों को सलाखों के पीछे डाल पाती है।