पंजाब में पीसीएस अफसरों द्वारा की जा रही हड़ताल खत्म हो गई है और सभी अफसर जल्द ही काम पर लौट जाएंगे। राज्य सरकार ने दोहराया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उसकी मुहिम जारी रहेगी।
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हड़ताल को लेकर बेहद सख्त रुख अपनाया था। मान ने बुधवार को ट्वीट कर कहा था कि भ्रष्टाचार के मामले में किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा चाहे वह कोई मंत्री हो, कोई संतरी हो या उनका ही कोई सगा संबंधी हो।
भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा था कि जनता के एक-एक पैसे का हिसाब लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री मान ने पीसीएस अफसरों द्वारा की जा रही हड़ताल को पूरी तरह अवैध बताया था और स्पष्ट रूप से कहा था कि जो लोग बुधवार को दिन में 2 बजे तक अपने काम पर वापस नहीं लौटेंगे उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।
बता दें कि आईएएस अफसर नीलिमा के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है जबकि पीसीएस अफसर नरेंद्र सिंह धालीवाल को गिरफ्तार किया है। इसे लेकर राज्य सरकार और आईएएस-पीसीएस अफसरों के बीच टकराव के हालात बन गए थे।
बता दें कि विजिलेंस ब्यूरो ने बीते शुक्रवार को नरेंद्र सिंह धालीवाल को गिरफ्तार किया था। धालीवाल लुधियाना में क्षेत्रीय परिवहन विभाग के दफ्तर में तैनात थे। धालीवाल पर आरोप है कि वह रिश्वत ले रहे थे। उनकी गिरफ्तारी का पंजाब के सिविल सर्विस अफसर विरोध कर रहे थे। पीसीएस अफसर सोमवार को छुट्टी पर चले गए थे लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी अफसरों से कहा था कि वे काम पर लौटें।