पंजाब के विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। 117 सीटों वाले पंजाब में बीजेपी 65 सीटों पर, अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस 37 सीटों पर और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) 15 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
सोमवार को बीजेपी के दिल्ली स्थित ऑफिस में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और अकाली दल (संयुक्त) के प्रधान सुखदेव सिंह ढींढसा ने इस बारे में एलान किया।
इस मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पंजाब की सुरक्षा बेहद अहम मुद्दा है।
पंजाब में अब तक बीजेपी अकाली दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ती थी और तब वह छोटे भाई की भूमिका में होती थी। तब उसे अधिकतम 23 सीटें गठबंधन के तहत मिलती थीं।
लेकिन इस बार बीजेपी को 65 सीटों पर लड़ने का मौका मिला है हालांकि शिरोमणि अकाली दल जैसा मजबूत सहयोगी उसके साथ नहीं है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह को जो 37 सीटें दी गई हैं उसमें से 26 मालवा इलाके की हैं और इस इलाके से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह आते हैं। कृषि कानूनों के विरोध के कारण पंजाब में बीजेपी का लंबे वक्त तक जोरदार विरोध हुआ था। लेकिन कृषि कानून वापस लेने के बाद बीजेपी ने राज्य में लोगों तक पहुंचने की कोशिश की है और चंडीगढ़ नगर निगम में वह अपना मेयर बनाने में कामयाब रही है।
पंजाब में हालांकि मुख्य मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच माना जा रहा है लेकिन शिरोमणि अकाली दल-बीएसपी गठबंधन, बीजेपी गठबंधन और किसानों का संयुक्त समाज मोर्चा का गठबंधन भी मजबूती से मैदान में ताल ठोक रहा है।
देखना होगा कि अमरिंदर सिंह अकाली दल (संयुक्त) और बीजेपी के साथ मिलकर कांग्रेस के किले में कितनी सेंध लगा पाते हैं। पंजाब में एक चरण में 20 फरवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे आएंगे।