'यूपी, बिहार के भैया' वाला बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया: चन्नी
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने 'यूपी, बिहार के भैया' वाले बयान पर उठे विवाद के बाद अब सफ़ाई दी है। चन्नी ने कहा कि उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने साफ़ किया है कि उन्होंने यह बयान राजनीतिक विरोधियों के लिए दिया था। तो सवाल है कि उन्होंने आख़िरकार किस पर निशाना साधा था?
My statement was only directed at few individuals causing disruption in the State, but it was twisted. My brothers & sisters from UP & Bihar have contributed towards building Punjab. We have been together for generations & I love & respect all of them like my own family members. pic.twitter.com/CLzpzLqkVr
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) February 17, 2022
चन्नी ने आज सफ़ाई में क्या कहा है, यह जानने से पहले यह जान लें कि उन्होंने बुधवार को क्या कहा था। पंजाब में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ प्रचार करते हुए चन्नी ने बुधवार को कहा था, 'प्रियंका गांधी पंजाब की बहू हैं, वह पंजाबियों की बहू हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली दे भाई यहाँ आकर शासन नहीं कर सकते। हम यूपी के भैयाओं को पंजाब में नहीं आने देंगे।' उनके इस बयान पर प्रियंका गांधी वाड्रा सहित वहां मौजूद नेताओं ने जोरदार तालियां बजाई थीं।
चन्नी के इस बयान की जमकर आलोचना होने लगी। चन्नी के बयान के बाद बीजेपी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों का अपमान किया है। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री चन्नी के बयान को शर्मनाक बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी तीखा हमला किया। प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब में एक रैली में कहा था, 'कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने यहां जो कहा वह पूरे देश ने देखा है। दिल्ली का परिवार उसका मालिक है, मालिक उसके बगल में खड़ा था, ताली बजा रहा था।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'गुरु गोविंद सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? पटना साहिब में। बिहार में। क्या आप गुरु गोविंद सिंह को पंजाब से बाहर फेंक देंगे? ऐसी विभाजनकारी मानसिकता के लोगों को एक पल के लिए भी पंजाब पर शासन नहीं करने देना चाहिए।'
मोदी ने कहा था, 'क्या संत रविदासजी पंजाब में पैदा हुए थे? उनका जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था और आप कहते हैं कि आप यूपी के लोगों को पंजाब में प्रवेश नहीं करने देंगे। क्या आप संत रविदास को भी निकाल देंगे? क्या आप उनका नाम मिटा देंगे?'
अपने बयान पर चौतरफ़ा आलोचनाओं के बीच चरणजीत सिंह चन्नी ने आज कहा,
“
मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। पंजाब आए सभी प्रवासियों ने राज्य के विकास में अपना पसीना और खून बहाया है। मेरे उनके (प्रवासियों) के साथ घनिष्ठ संबंध हैं।
चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब सीएम
चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि वह 'यूपी, बिहार के भैया' टिप्पणी करते हुए पंजाब में काम करने वाले प्रवासियों की नहीं, बल्कि आप नेताओं की बात कर रहे थे।
चन्नी के बयान से पहले ही प्रधानमंत्री की आलोचनाओं पर प्रियंका गांधी ने कहा था, 'मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा कि पंजाब को पंजाबियों द्वारा चलाया जाना चाहिए। उनके बयान को गलत समझा गया। मुझे नहीं लगता कि यूपी से कोई भी पंजाब आने और शासन करने में दिलचस्पी रखता है।'