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क्या मान को फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर विमान से उतार दिया गया?

क्या मान को फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर विमान से उतार दिया गया?

आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के नशे की हालत में होने और उन्हें फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर विमान से उतारे जाने से इनकार किया है और ऐसी खबरों को पूरी तरह झूठ बताया है। 

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बारे में खबर आई है कि उन्हें शनिवार रात को फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर विमान से उतार दिया गया। कहा गया है कि ऐसा इस वजह से किया गया क्योंकि मुख्यमंत्री नशे की हालत में थे। हालांकि पंजाब में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी ने इससे पूरी तरह इनकार किया है और ऐसी खबरों को पूरी तरह झूठ बताया है। जबकि पंजाब सरकार ने कहा है कि मुख्यमंत्री की तबीयत खराब थी। 

भगवंत मान 11 सितंबर से 18 सितंबर तक जर्मनी के विदेश दौरे पर थे। उनका यह दौरा पंजाब में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए था। उन्हें 19 सितंबर की सुबह भारत वापस लौटना था। 

राज्य सरकार के सूत्रों ने द हिंदू अखबार को बताया कि भगवंत मान इस दौरे में उनके साथ गए अफसरों को लेकर कैब से फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे। लेकिन इसके बाद भारतीय दूतावास ने वहां के कैब स्टाफ से कहा कि वह मुख्यमंत्री को एयरपोर्ट से वापस ले आए क्योंकि वह तय फ्लाइट से भारत नहीं जा सके हैं। 

फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट से लुफ्थांसा की एलएच 760 की फ्लाइट शाम को 1:40 पर थी और यह पहले से ही 3 घंटे लेट हो चुकी थी। द हिंदू अखबार के मुताबिक, एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि विमान के केबिन क्रू और कुछ यात्रियों के बीच जोरदार बहस भी हुई। 

प्रत्यक्षदर्शी ने नाम न छापने की शर्त पर द हिंदू अखबार को बताया कि सफेद कुर्ता-पजामा पहना हुआ एक शख्स पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जैसा दिख रहा था और वह कुछ अन्य लोगों के साथ विमान के भीतर आया लेकिन थोड़ी देर बाद उनमें से चार-पांच लोग विमान से बाहर चले गए।

इसके बाद पायलट ने अनाउंसमेंट किया कि क्योंकि कुछ यात्री विमान छोड़ कर बाहर चले गए हैं और उनका सामान विमान से बाहर निकाला जा रहा है इसलिए इस फ्लाइट के उड़ने में थोड़ी देर और होगी। क्योंकि यह फ्लाइट पहले ही 3 घंटे लेट हो चुकी थी और इस वजह से यह शाम को 4:30 पर फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुई और सुबह 4.40 पर दिल्ली पहुंची। 

इस मामले में लुफ्थांसा के प्रवक्ता ने कहा है कि सुरक्षा नीतियों के मुताबिक वह किसी भी यात्री के बारे में कोई सूचना किसी को नहीं दे सकते। जबकि आम आदमी पार्टी की मीडिया विभाग की निदेशक चंदर सुता डोगरा ने कहा कि मुख्यमंत्री की तबीयत थोड़ी खराब थी और और उन्होंने भारत आने के लिए दूसरी फ्लाइट पकड़ी। 

आम आदमी पार्टी का बयान

इस मामले में सोशल मीडिया पर आवाज उठने के बाद पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा है कि मुख्यमंत्री को बदनाम करने के लिए हमारे राजनीतिक विरोधी इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि विरोधियों को यह बात हजम नहीं हो रही है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब में निवेश लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक ही दिल्ली लौटे हैं। 

साल 2019 में भगवंत मान ने पंजाब में एक रैली में इस बात को कहा था कि उन्होंने शराब छोड़ दी है और अब वह कभी भी शराब को हाथ नहीं लगाएंगे। इसका आम आदमी पार्टी ने खूब प्रचार भी किया था। 

मुख्यमंत्री भगवंत मान पर इस साल अप्रैल में यह आरोप लगा था कि वह शराब पीकर तख्त श्री दमदमा साहिब पहुंचे थे। इस पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भगवंत मान से सिख समाज से माफी मांगने के लिए कहा था। अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने भी भगवंत मान पर हमला बोला था। हालांकि मान ने इससे इनकार किया था। 

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