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इसलामाबाद आज़ादी मार्च: पीटीआई के कार्यकर्ताओं-पुलिस में भिड़ंत

इसलामाबाद आज़ादी मार्च: पीटीआई के कार्यकर्ताओं-पुलिस में भिड़ंत

पीटीआई इस रैली के जरिये सरकार पर जल्दी चुनाव के लिए दबाव बनाना चाहती है लेकिन क्या शहबाज शरीफ और पाकिस्तान का चुनाव आयोग दबाव में आएंगे?

पाकिस्तान के पूर्व वजीर-ए-आजम इमरान खान की कयादत वाली पीटीआई बुधवार को आज़ादी मार्च निकाल रही है। मुल्क के तमाम हिस्सों से पीटीआई के कार्यकर्ता आज़ादी मार्च में शामिल होने के लिए अपने घरों से बाहर निकले हैं। आजादी मार्च के बाद इसलामाबाद के डी चौक पर जलसा होगा, जिसे इमरान खान खिताब करेंगे। 

इस दौरान उनकी पुलिस से जबरदस्त झड़प हुई है। कई कार्यकर्ता जख्मी हुए हैं। 

इमरान खान का कहना है कि शहबाज शरीफ की सरकार पुलिस के जोर पर पीटीआई के कार्यकर्ताओं को नजरबंद कर रही है और गिरफ्तार करवा रही है। कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश है और वे लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। 

याद दिला दें कि इमरान के हुकूमत में रहते हुए विपक्षी नेता भी इस तरह के मार्च निकालते थे। आजादी मार्च को रोके जाने का मामला इसलामाबाद हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। 

 - Satya Hindi

पीटीआई के कार्यकर्ताओं को इसलामाबाद पहुंचने से रोकने के लिए इसलामाबाद में एंट्री प्वाइंट्स पर कंटेनर लगाए गए हैं और बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है। कार्यकर्ता खुद ही इन कंटेनर को हटा रहे हैं। 

पुलिस ने पीटीआई के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हैं और कार्यकर्ताओं ने उन पर पथराव किया है। हालात को देखते हुए कई अस्पताल भी हाई अलर्ट पर हैं। 

बता दें कि इमरान खान की हुकूमत के गिरने के बाद से ही पीटीआई पूरे पाकिस्तान में बड़ी-बड़ी रैलियां कर रही है। इन रैलियों में इमरान खान अमेरिका के इशारे पर उनकी हुकूमत को गिराने की साजिश का आरोप लगाते हैं और शहबाज शरीफ की सरकार को इम्पोर्टेड हुकूमत बताते हैं। 

जल्द चुनाव कराने की मांग 

पीटीआई की मांग है कि मुल्क के अंदर जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने चाहिए। पीटीआई की कोशिश इस रैली में लाखों कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने की है जिससे सरकार पर जल्दी चुनाव के लिए दबाव बनाया जा सके। पीटीआई की रैली के जवाब में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेताओं ने कहा है कि वे बहावलपुर में 28 मई को एक बड़ी रैली करेंगे।

पाकिस्तान का चुनाव आयोग हालांकि मुल्क में जल्दी चुनाव कराने को तैयार नहीं है लेकिन पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक जबरदस्त माहौल बना दिया है।

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