गजा के अस्पताल पर हमले के बाद पूरे मध्य पूर्व में हुआ विरोध प्रदर्शन
मंगलवार को गजा के एक अस्पताल पर हुए हमले और इसमें करीब 500 लोगों की मौत के बाद बुधवार को पूरे मध्य पूर्व में लोगों का आक्रोश दिखा है। इस इलाके के कई देशों में आम लोग सड़कों पर उतर कर इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने जमकर नारेबाजी की और फिलिस्तीन के प्रति अपनी एकजुटता दिखायी है।
अलजजीरा की वेबसाइट के मुताबिक गजा पट्टी में एक अस्पताल पर हमले और इसमें करीब 500 लोगों की मौत के विरोध में मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के देशों में हजारों लोगों ने रैली निकाली है।
"क्रोध दिवस" के आह्वान के बाद, लेबनान, जॉर्डन, यमन, मिस्र, ट्यूनीशिया और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में लोग अल-अहली अरब अस्पताल पर हमले की निंदा करने और गजा में फिलिस्तीनियों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए बुधवार को सड़कों पर उतर आए।
अलजजीरा की रिपोर्ट कहती है कि गजा पट्टी को चलाने वाले समूह हमास ने अस्पताल पर हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है। वहीं इजरायल ने इसकी जिम्मेदारी लेने से इनकार करते हुए दावा किया है कि फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद द्वारा गलत दिशा में दागा गया रॉकेट इसका जिम्मेदार था। हमास ने इजराइल के इस आरोप को खारिज कर दिया है।
जॉर्डन सरकार ने तीन दिन के शोक की घोषणा की है
बुधवार को जॉर्डन की राजधानी अम्मान में अमेरिकी और इजरायली दूतावासों के बाहर हजारों लोग जमा हो गए। देश में इस्लामी पार्टियों ने आम हड़ताल का आह्वान किया जबकि जॉर्डन सरकार ने तीन दिन के शोक की घोषणा की है।लेबनान की राजधानी बेरूत में, प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों से झड़प हो गई, जिन्होंने अमेरिकी दूतावास के पास भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
ट्यूनीशिया की राजधानी ट्यूनिस में प्रदर्शनकारी फ्रांसीसी दूतावास के बाहर एकत्र हुए और जमकर नारेबाजी की। काहिरा, अलेक्जेंड्रिया और मिस्र के अन्य शहरों में छात्रों ने इजराइल के हवाई हमलों की निंदा करने के लिए विश्वविद्यालयों में जुलूस निकाला और नारे लगाए।
इस बीच, रामल्ला में, प्रदर्शनकारी एक बार फिर निकले और हमास के प्रति अपनी एकजुटता दिखायी। यहां मंगलवार रात में ही लोग सड़कों पर उतर आए। हमले की सूचना मिलते ही मंगलवार रात भर तुर्की, मोरक्को, लीबिया और ईरान में भी प्रदर्शन हुए।