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प्रियंका गांधी आज कर्नाटक क्यों जा रही हैं?

प्रियंका गांधी आज कर्नाटक क्यों जा रही हैं?

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के चुनावी अभियान की बागडोर संभालने वाली प्रियंका गांधी कर्नाटक दौरे पर क्यों जा रही हैं? जानिए राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले उनके दौरे के मायने क्या हैं।

कर्नाटक में नेताओं के दौरे बढ़ रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज सोमवार 16 जनवरी को राज्य के महत्वपूर्ण चुनावी दौरे पर हैं। पीएम मोदी 12 जनवरी को होकर गए हैं और 19 जनवरी को फिर से आ रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे आए दिन हो रहे हैं।

कर्नाटक में चुनाव की प्रक्रिया मार्च में शुरू हो जाएगी। कर्नाटक को लेकर कांग्रेस की तैयारी काफी पहले से चल रही है। पार्टी की ओर से दूसरे बड़े वादे की घोषणा करने के लिए प्रियंका सोमवार 16 जनवरी को वहां पहुंच रही हैं। कांग्रेस ने इसी तरह की तैयारी हिमाचल में भी की थी। हिमाचल में भी सारा चुनाव प्रियंका ने बिना शोर-शराबा किए संभाला था। राहुल गांधी का कोई भी कार्यक्रम हिमाचल में नहीं हुआ था। 

प्रियंका ने फिलहाल महिलाओं पर फोकस किया है। वो कांग्रेस की ओर से महिलाओं के लिए बड़ी चुनावी घोषणा करेंगी। चुनाव जीतने पर उसे पूरा करने की गारंटी वो खुद लेंगी। ठीक इसी तरह का वादा हिमाचल में पुरानी पेंशन को लेकर किया गया था। उसकी भी गारंटी प्रियंका ने ली थी।

कर्नाटक कांग्रेस ने सोमवार को महिलाओं का सम्मेलन बुलाया था। इसी सम्मेलन में महिला केंद्रित वादे की घोषणा की जाएगी। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर हैं और 30 जनवरी को वो यात्रा पूरी हो जाएगी। उसके तुरंत बाद हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम के तहत रैलियां होंगी। लेकिन महिला सम्मेलन सारे कार्यक्रमों से अलग है। 

सोमवार को महिला सम्मेलन बेंगलुरु के पैलेस मैदान में आयोजित किया जाएगा। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। करीब 15 हजार महिला कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगी।

 - Satya Hindi

कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि प्रियंका कांग्रेस की ओर से राज्य की महिलाओं को टारगेट करने के लिए एक अलग घोषणापत्र जारी करेंगी। कर्नाटक को फिर से जीतने के लिए कांग्रेस ने राज्य में अपना अभियान तेज कर दिया है। सत्तारूढ़ बीजेपी के पास चुनाव मशीनरी पर प्रभाव के साथ तमाम संसाधन हैं। इसलिए कांग्रेस को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। बीजेपी के पास पीएम मोदी जैसा चेहरा है, जिसका इस्तेमाल पार्टी हर विधानसभा चुनाव में करती है, जिसके नतीजे भी बेहतर आते रहे हैं। कर्नाटक में भी बीजेपी चुनावी मोड में आ चुकी है। 

पीएम मोदी समेत सभी नेताओं के दौरे शुरू हो चुके हैं। 12 जनवरी को मोदी एक कार्यक्रम में पहुँचे। पीएम का रोड शो हुबली में हुआ। अब पीएम मोदी फिर 19 जनवरी को बंजारा सम्मेलन में आ रहे हैं, जहां वो कर्नाटक के आदिवासी लोगों को संबोधित करेंगे। पीएम का इस बार का दौरा कलबुर्गी में है, जहां उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में एक नई ट्रेन शुरू की थी। 

कांग्रेस ने 2019 में कर्नाटक में सत्ता खो दी थी, क्योंकि सहयोगी जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के पलायन के बाद गिर गई थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के नेतृत्व में पार्टी ने कई जमीनी कार्यक्रम और आंदोलन चलाए हैं और उसी से पता चलता है कि कर्नाटक में कांग्रेस की प्रभावी मौजूदगी है। कांग्रेस कर्नाटक में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए एक बड़ी कोशिश में है। हिमाचल के बाद उसके मनोबल बढ़े हुए हैं। कांग्रेस ने एक बस रैली 'प्रजा ध्वनि यात्रा' के रूप में एक बड़ा जन संपर्क कार्यक्रम शुरू किया है। इसका नेतृत्व डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया संयुक्त रूप से कर रहे हैं। यह दौरा पिछले सप्ताह "वीर सौधा" स्मारक से शुरू हुआ, जहां महात्मा गांधी ने 1924 में कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।

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