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कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हर नागरिक का पवित्र कर्तव्य: राष्ट्रपति

कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हर नागरिक का पवित्र कर्तव्य: राष्ट्रपति

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज राष्ट्र को संबोधित किया। जानिए उन्होंने अपने भाषण में क्या कहा।

73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को देशवासियों से कोविड के ख़िलाफ़ लड़ाई में वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई सावधानियों का पालन करने का आग्रह किया। डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि देश ने कोविड -19 के ख़िलाफ़ अपनी लड़ाई में एक बेजोड़ संकल्प दिखाया है।

राष्ट्रपति ने कहा, 'कोविड महामारी के ख़िलाफ़ लड़ाई में हमारे वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई सावधानियों का पालन करना अब प्रत्येक नागरिक का एक पवित्र राष्ट्रीय कर्तव्य बन गया है। हमें इस कर्तव्य का निर्वहन तब तक करना है जब तक कि संकट टल नहीं जाता है।'

उन्होंने कहा, 'कोविड महामारी का प्रभाव अभी भी व्यापक स्तर पर बना हुआ है, अतः हमें सतर्क रहना चाहिए और अपने बचाव में तनिक भी ढील नहीं देनी चाहिए। हमने अब तक जो सावधानियां बरती हैं, उन्हें जारी रखना है।'

राष्ट्रपति ने कहा, 'मुझे यह कहते हुए गर्व का अनुभव होता है कि हमने कोरोना-वायरस के ख़िलाफ़ असाधारण दृढ़-संकल्प और कार्य-क्षमता का प्रदर्शन किया है। अनगिनत परिवार, भयानक विपदा के दौर से गुजरे हैं। हमारी सामूहिक पीड़ा को व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। लेकिन एकमात्र सांत्वना इस बात की है कि बहुत से लोगों की जान बचाई जा सकी है।' 

राष्ट्रपति ने कहा, 'लोगों को रोजगार देने तथा अर्थ-व्यवस्था को गति प्रदान करने में छोटे और मझोले उद्यमों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे इनोवेटिव युवा उद्यमियों ने स्टार्ट-अप ईको-सिस्टम का प्रभावी उपयोग करते हुए सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।'

राष्ट्रपति ने कहा कि आह्वान किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करने के मूल कर्तव्य को निभाते हुए हमारे करोड़ों देशवासियों ने स्वच्छता अभियान से लेकर कोविड टीकाकरण अभियान को जन-आंदोलन का रूप दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियानों की सफलता का बहुत बड़ा श्रेय हमारे कर्तव्य-परायण नागरिकों को जाता है।

बता दें कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति भवन ने अलग-अलग क्षेत्रों में शानदार काम करने वाले 128 लोगों को पद्म अवार्ड से सम्मानित करने की घोषणा की है। पिछले साल हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाज़ा गया। जनरल रावत के अलावा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, कला में योगदान के लिए प्रभा अत्रे और साहित्य व शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए राधेश्याम खेमका को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। कांग्रेस नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद व मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को तीसरे सबसे नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

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