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भारत ने दुनिया को लोकतंत्र की वास्तविक क्षमता बताई: राष्ट्रपति मुर्मू

भारत ने दुनिया को लोकतंत्र की वास्तविक क्षमता बताई: राष्ट्रपति मुर्मू

जानिए, देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने पहले संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्या-क्या कहा।

देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम भारतीयों ने संदेह को गलत साबित कर दिया और लोकतंत्र ने न केवल इस मिट्टी में जड़ें जमाईं, बल्कि वह समृद्ध भी हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने दुनिया को लोकतंत्र की वास्तविक क्षमता ढूंढने में मदद की। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस मनाने में हम अपनी 'भारतीयता' को मनाते हैं। 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति के तौर पर राष्ट्र के नाम यह पहला संबोधन था। देश आजादी के 75 साल का जश्न मनाने के लिए तैयार है। इस जश्न के दौरान 20 करोड़ से अधिक झंडों को पूरे भारत में घरों के ऊपर फहराए जाने की उम्मीद है। 

राष्ट्रपति ने कहा कि स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर देश-विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को मैं हार्दिक बधाई देती हूँ। उन्होंने कहा कि अधिकांश लोकतांत्रिक देशों में महिलाओं को मतदान का अधिकार हासिल करने के लिए लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा था, जबकि भारत ने गणतंत्र की शुरुआत से ही सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार को अपनाया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'महिलाएँ अनेक रूढ़ियों और बाधाओं को पार करते हुए आगे बढ़ रही हैं। सामाजिक और राजनीतिक प्रक्रियाओं में उनकी बढ़ती भागीदारी निर्णायक साबित होगी। आज हमारी पंचायती राज संस्थाओं में निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों की संख्या चौदह लाख से कहीं अधिक है।'

राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा कि 14 अगस्त के दिन को विभाजन-विभीषिका स्मृति-दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस स्मृति दिवस को मनाने का उद्देश्य सामाजिक सद्भाव, मानव सशक्तीकरण और एकता को बढ़ावा देना है।

राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना के दौर में जब पूरी दुनिया संकट से जूझ रही थी, तब भारत ने खुद को संभाला।

उन्होंने कहा, 'हमने देश में बनी वैक्सीन के साथ मानव इतिहास का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया। पिछले महीने हमने दो सौ करोड़ वैक्सीन लगाने का आँकड़ा पार कर लिया है। महामारी का सामना करने में हमारी उपलब्धियाँ दुनिया के विकसित देशों से बेहतर रही हैं।' राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अब भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।

बता दें कि 75वें स्वतंत्रता दिवत उत्सव के तहत राज्यों में स्मारकों और महत्वपूर्ण स्थानों को तिरंगे की रोशनी से रोशन किया गया है। जबकि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित स्थलों में प्रवेश 5 अगस्त से 15 अगस्त तक मुफ्त कर दिया गया।

सोमवार को लाल क़िले पर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्रत्येक प्रवेश और निकास के रास्ते पर चेहरे की पहचान करने वाले कैमरों के साथ एक बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। 

इस साल मोदी सरकार ने 'हर घर तिरंगा' अभियान शुरू किया है। यह 'आजादी का अमृत महोत्सव' का हिस्सा है। कई राज्यों में पार्टी के नेतृत्व वाली सरकारें तिरंगे के निर्माण के लिए झंडे बांट रही हैं और लक्ष्य निर्धारित कर रही हैं। इसकी के तहत क़रीब 20 करोड़ तिरंगा झंडा फहराए जाने की उम्मीद है।

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